मुजफ्फरनगर, 23 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में मंसूरपुर थाने की पुलिस ने अनुज हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। जबकि, प्रेमिका समेत दो नाबालिगों को पुलिस संरक्षण में लिया गया है।
पुलिस के अनुसार, मंसूरपुर थाना क्षेत्र में 21 जुलाई को अनुज, पुत्र विनोद, निवासी खानूपुर, अचानक लापता हो गया था। वह घर से कांवड़ देखने निकला था, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटा। इस पर परिजनों ने मंसूरपुर थाने में मामला दर्ज कराया। जांच के दौरान पुलिस ने खानूपुर स्थित बंद पड़े शराब के ठेके के पास से लापता अनुज का शव बरामद किया।
इस मामले में पुलिस ने छानबीन कर अनुज की हत्या के मुख्य आरोपी अक्षय, पुत्र सेंसरपाल उर्फ भूधर, और उसके साथी अमन, पुत्र किशनपाल, और दीपक, पुत्र सहेंद्र, को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपी मंसूरपुर थाना क्षेत्र स्थित दूधाहेड़ी गांव के रहने वाले हैं। साथ ही पुलिस ने दो नाबालिगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठ गया।
मुजफ्फरनगर के एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने पुलिस लाइन स्थित सभागार में कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मंसूरपुर थाने की पुलिस ने अनुज हत्याकांड को 48 घंटे के अंदर सुलझा दिया। इस मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए और दो बाल अपचारी पुलिस संरक्षण में हैं। गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर चाकू बरामद कर लिया गया है और उनके पास से दो मोबाइल भी मिले हैं।
एसपी सिटी ने कहा कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी अक्षय ने पुलिस को बताया कि उसका एक किशोरी के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था और उसके फोन में किशोरी की तस्वीरें थीं। मृतक अनुज उसका दोस्त था। एक दिन अनुज ने उसके फोन में से उसकी प्रेमिका की तस्वीरों का अपने मोबाइल से वीडियो बना लिया और उसकी प्रेमिका का मोबाइल नंबर भी ले लिया।
अनुज उसकी प्रेमिका को ब्लैकमेल करने लगा। उसकी प्रेमिका ने सारी बात अपने प्रेमी अक्षय को बता दी तो उसने अनुज को ऐसा करने से मना किया, लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद भी अनुज फोन और मैसेज करके उसकी प्रेमिका पर मिलने के लिए दबाव बनाता रहा। इस पर अक्षय ने अनुज को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और प्रेमिका से कहा कि तुम अनुज को फोन करके कांवड़ देखने के बहाने हाईवे पर बुला लो, फिर वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर जंगल में ले जाकर उसे ठिकाने लगा देंगे।
अक्षय की प्रेमिका ने 20 जुलाई की रात को कांवड़ देखने के बहाने अनुज को फोन करके बुला लिया और गुरुकुल स्कूल के पीछे बंद पड़े शराब ठेके के पास लेकर आई। वहां अक्षय अपने तीन साथियों (अमन, दीपक और एक अन्य) के साथ पहले से मौजूद था। जैसे ही अनुज वहां आया, वैसे ही आरोपियों ने उसे पकड़ लिया और चाकू से उसकी हत्या कर दी। उसके बाद आरोपी अनुज के शव को वहीं छोड़कर फरार हो गए।
--आईएएनएस
डीकेपी/
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.