मुंबई, 7 जुलाई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र में मराठी-हिंदी भाषा विवाद पर को लेकर निर्दोष लोगों की पिटाई का वीडियो वायरल होने पर राजनीति चरम पर है। इसी बीच ठाकरे बंधुओं (राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे) की संयुक्त रैली के बाद बयानबाजी और तेज हो गई है। एनसीपी (एसपी) विधायक जितेंद्र आव्हाड ने सोमवार को बृहन्मुंबई महानगरपालिका के वोटों को ध्यान में रखकर ऐसे हालात पैदा करने का आरोप लगाया।
भाषा विवाद पर मारपीट वाले वीडियो को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए हालिया पोस्ट पर एनसीपी (एसपी) विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा, कोई हिंदीभाषियों को टारगेट नहीं कर रहा है। अगर कुछ लोग ऐसी हरकत कर रहे हैं तो पूरे मराठी समाज को इसके अंतर्गत नहीं गिनना चाहिए। यह जानबूझकर किया जा रहा है। ऐसा करने वालों की मंशा ही यह है कि मुंबई में मराठी और गैर-मराठियों के बीच झगड़ा हो। बृहन्मुंबई महानगरपालिका के वोटों को ध्यान में रखकर ऐसा किया जा रहा है।
धीरेंद्र शास्त्री के भगवा-ए-हिंद वाले बयान पर उन्होंने कहा, वे ऐसे शब्द पता नहीं कहां से लाते हैं। हिंदुस्तान में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति, जो हिंदुस्तान की भूमि पर रहते हैं और यहां की मिट्टी लगाते हैं, वह समृद्ध हिंदुस्तान का ही सपना देखता है।
कांग्रेस विधायक ज्योति गायकवाड़ ने निशिकांत दुबे के हालिया सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कहा, हमने हिंदी भाषा का विरोध नहीं किया। निशिकांत दुबे ने जो कहा है कि वह निंदनीय है। केंद्रीय गृह मंत्री को ऐसे वक्तव्य देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। भाजपा ने पहले धर्म और धर्म के बीच झगड़ा करवाने का काम किया था, लेकिन अब भाषा-भाषा में विवाद कराने का काम कर रही है। हम बच्चों पर सख्ती के खिलाफ हैं। हम हिंदी और उर्दू भाषा का भी सम्मान करते हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले निशिकांत दुबे ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था, हिंदी भाषी लोगों को मुम्बई में मारने वाले, यदि हिम्मत है तो महाराष्ट्र में उर्दू भाषियों को मार कर दिखाओ। अपने घर में तो कुत्ता भी शेर होता है? कौन कुत्ता, कौन शेर खुद ही फैसला कर लो।
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