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ओलंपियन लक्खा सिंह हुए 'पहचान के मोहताज', सेना ने कर रखा है भगोड़ा घोषित, मांगी मदद

कभी देश के लिए मेडल जीतने वाले ओलंपियन लाक्खा सिंह आज 52 साल की उम्र में टैक्सी चला रहे हैं। लाक्खा सिंह की जिंदगी आज संघर्ष में गुजर रही है।

Updated on: 10 Jan 2018, 03:01 PM

नई दिल्ली:

कभी देश के लिए मेडल जीतने वाले ओलंपियन लाक्खा सिंह आज 52 साल की उम्र में टैक्सी चला रहे हैं। लाक्खा सिंह की जिंदगी आज संघर्ष में गुजर रही है।

देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने वाले इस खिलाड़ी का दर्द छलका तो जबान खामोश नहीं रख पाए और सरकार से मदद मांगी।

लाक्खा सिंह ने कहा, 'मैंने देश के लिए राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीते हैं, मेरा कसूर इतना है कि मैं उस दिन टेक्सास एयरपोर्ट पर एक जाल मैं फंस गया और मुझे ना ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया।'

उन्होंने सरकार और सेना से मदद की अपील करते हुए कहा, 'यह छोटी और अनजाने में हुई गलती है।'

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लक्खा ने पहली बार देश के लिए साल 1994 के हिरोशिमा एशियाड में 81 किलो कैटिगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके बाद उन्होंने एक के बाद पांच मैडल जीते। उन्होंने 1994 में तेहरान में आयोजित एशियन बॉक्सिंग चैंपिनशिप सिल्वर मेडल जीता। वो यहीं नहीं रुके साल इसी चैंपियनशिप में उन्होंने दूसरा सिल्वर मेडल जीत लिया।

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