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भारत में ओलिंपिक की मेजबानी के खिलाफ अभिनव बिंद्रा, कहा- पहले 40 गोल्ड मेडल जीतने चाहिए

मैं भारत में इस समय ओलिंपिक खेलों की मेजबानी के खिलाफ हूं। मुझे लगता है कि हमारा तंत्र इसके लिए तैयार नहीं है।

Updated on: 27 Nov 2017, 04:58 AM

highlights

  • मैं भारत में इस समय ओलिंपिक खेलों की मेजबानी के खिलाफ हूं, मुझे लगता है कि हमारा तंत्र इसके लिए तैयार नहीं है: बिंद्रा
  • हमें युवा खिलाड़ियों और अपने एथलीटों पर निवेश करने की जरूरत है: निशानेबाज अभिनव बिंद्रा  
  • बिंद्रा ने रियो ओलिंपिक के बाद निशानेबाजी करियर को अलविदा कह दिया था

नई दिल्ली:

ओलिंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रौशन करने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा सुर्खियों में हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि भारत को तब तक ओलिंपिक खेलों की मेजबानी नहीं करनी चाहिए, जब तक उसके पास वास्तव में 40 गोल्ड मेडल जीतने का मौका नहीं हो।

बिंद्रा ने 2017 टाइम्स लिट फेस्ट के एक सत्र के दौरान कहा, 'मैं भारत में इस समय ओलिंपिक खेलों की मेजबानी के खिलाफ हूं। मुझे लगता है कि हमारा तंत्र इसके लिए तैयार नहीं है।'

स्वर्ण पदक विजेता ने कहा, 'हमें युवा खिलाड़ियों और अपने एथलीटों पर निवेश करने की जरूरत है। यह हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए और जब तक हम ओलिंपिक खेलों में कम से कम 40 गोल्ड मेडल जीतने की बेहतरीन स्थिति में नहीं पहुंच पाते, हमें अोलिंपिक की मेजबानी नहीं करनी चाहिए।'

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35 वर्षीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा 10 मीटर एयर रायफल स्पर्धा में भारत के एक प्रमुख निशानेबाज हैं। वह 11 अगस्त 2008 को बीजिंग ओलंपिक खेलों की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्‍वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं।

बिंद्रा ने रियो ओलिंपिक के बाद निशानेबाजी करियर को अलविदा कह दिया था। वह इस ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने से चूक गए थे। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता खिलाड़ियों में निवेश करने की होनी चाहिए।

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