PM Matru Vandana Yojana money transfer
मध्य प्रदेश की लगभग 1 लाख माता-बहनें इससे लाभान्वित होंगी. इस योजना का उद्देश्य आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ी महिलाओं को स्वास्थ्य और पोषण संबंधी समर्थन देना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर यानी आज अपने जन्मदिन के मौके पर मध्य प्रदेश के धार जिले के ग्राम बैसोला जाएंगे. जहां वह स्वस्थ नारी सशक्त परिवार एवं पोषण अभियान और आदि सेवा पर्व का शुभारंभ करेंगे. इस मौके पर एक बगिया मां के नाम के अभियान में समूह की महिला को पौधे भेंट करेंगे. इस दिन सुमन सखी चैटबॉट की लॉन्चिंग होगी. साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पीएमएमवीवाई के तहत हितग्रहियों के खातों में राशि भी ट्रांसफर की जाएगी. मध्य प्रदेश की लगभग 1 लाख माता-बहनें इससे लाभान्वित होंगी. इस योजना का उद्देश्य आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ी महिलाओं को स्वास्थ्य और पोषण संबंधी समर्थन देना है.
पैसे कैसे किए जाएंगे ट्रांसफर?
इस विशेष ट्रांसफर के माध्यम से सरकार यह संदेश देना चाहती है कि महिला स्वास्थ्य एवं पोषण उसकी प्राथमिकताएं हैं और यह समर्थन मशीन सीधा लाभार्थी के खातों में देकर पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है. अब सवाल है कि पैसे कैसे किए जाएंगे ट्रांसफर? तो लाभार्थियों को पहचान और पात्रता पहले से निर्धारित होगी. पीएमएमवीवाई के दायरे में जो महिलाएं योग्य हैं अर्थात जो गर्भवती या स्तनपान कराने वाली है जिन्होंने योजना की अनिवार्य शर्तें पूरी की हो. राशि सीधे बैंक खाते या पोस्ट ऑफिस खाते में डीबीटी के जरिए भेजी जाएगी. खाते आधार संलग्न होने चाहिए. ट्रांसफर के साथ एक विशेष पंजीकरण अभियान भी चलाया जाएगा ताकि उन सभी एलिजिबल महिलाओं को शामिल किया जाए जिनकी पंजीकरण अभी तक नहीं हुई है. इस ट्रांसफर की शुरुआत स्वस्थ नारी सशक्त नारी अभियान की शुरुआत के साथ हो रही है. जो स्वास्थ्य पोषण महिला सशक्तिकरण जैसे पहलुओं पर केंद्रित है.
आठवां राष्ट्रीय पोषण माह भी 17 सितंबर यानी आज से शुरू हो रहा
इसके अलावा आठवां राष्ट्रीय पोषण माह भी 17 सितंबर यानी आज से शुरू हो रहा है जो 16 अक्टूबर तक चलेगा. इसमें पोषण जागरूकता और पोषण सेवाओं का विस्तार शामिल है. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत अब तक लगभग 4.05 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को कम से कम एक किस्त मिल चुकी है. योजना के शुरुआत से अब तक लगभग 1928 करोड़ की राशि लाभार्थियों के बैंक या डाक खाते में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जा चुकी है.