नई दिल्ली, 4 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली संसदीय सीट एमडीएमके सांसद दुरई वाइको ने सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके संसद परिसर स्थित संसदीय कार्यालय में मुलाकात की।
इस दौरान दुरई वाइको ने 15 राजनीतिक दलों के 68 सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र सौंपा। पत्र में रूस के युद्ध क्षेत्र में फंसे तमिलनाडु के मेडिकल छात्र किशोर सरवनन सहित सैकड़ों भारतीय छात्रों को बचाने के लिए प्रधानमंत्री से तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है।
पत्र में फंसे हुए भारतीयों को बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया गया और देरी के संभावित खतरों पर प्रकाश डाला गया। अपने पत्र में दुरई वाइको ने बताया कि यूक्रेन युद्ध में लड़ने के लिए 126 भारतीयों को रूसी सेना में जबरन भर्ती किया गया है, जो भारत और रूस के बीच विदेश नीति समझौतों का उल्लंघन है।
प्रधानमंत्री ने दुरई वाइको को आश्वासन दिया कि फंसे हुए भारतीयों के लिए बचाव कार्य शुरू हो चुके हैं और इसमें तेजी लाई जाएगी। प्रधानमंत्री ने किशोर सरवनन सहित सभी भारतीयों को सुरक्षित रूप से उनके देश वापस लाने का विश्वास व्यक्त किया।
इस दौरान दुरई वाइको ने कहा कि मैं पहले ही विदेश मंत्री से मिल चुका हूं, संसद में यह मुद्दा उठा चुका हूं और विदेश सचिव से मिलकर अपनी बात रख चुका हूं।
इससे पहले वकील सूर्य प्रकाशम ने चेन्नई उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका दायर कर रूस में फंसे कुड्डालोर के मेडिकल छात्र किशोर को छुड़ाने की मांग की थी।
याचिका में आरोप लगाया गया था कि रूस में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे कुड्डालोर जिले के निवासी किशोर सरवनन को झूठे आरोप में कैद किया गया और फिर जबरन यूक्रेन में लड़ने के लिए भेज दिया गया।
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