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पहली बार पूरा हुआ विनिवेश लक्ष्य, HPCL की 51.11 % हिस्सेदारी ONGC को बेचने पर केंद्र ने लगाई मुहर

भारत सरकार ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की 51.11 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए ऑयल एंड नैचुरल गैस (ओएनजीसी) के साथ बड़ी डील की है।

Updated on: 20 Jan 2018, 08:26 PM

highlights

  • भारत सरकार ने एचपीसीएल की 51.11 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओएनजीसी के साथ बड़ी डील की है
  • वित्त मंत्रालय के मुताबिक ओएनजीसी इसके लिए 36,915 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी
  • वित्त वर्ष 2017-18 में सरकार ने विनिवेश से 72,500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है 

नई दिल्ली:

भारत सरकार ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की 51.11 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए ऑयल एंड नैचुरल गैस (ओएनजीसी) के साथ बड़ी डील की है। इस डील के साथ ही पहली बार सरकार अपने विनिवेश लक्ष्य को पूरा करती दिखाई दे रही है।

वित्त मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक ओएनजीसी इस हिस्सेदारी की खरीद के लिए 36,915 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी।

एचपीसीएल में सरकार की कुल हिस्सेदारी 51.11 फीसदी है, जिसे वह ओएनजीसी को बेच रही है।

ओएनजसी 474 रुपये प्रति शेयर के भाव पर एचपीसीएल में 51.11 फीसदी हिस्सा खरीदेगी। इस अधिग्रहण को जनवरी महीने के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। 

इस बिक्री के साथ ही सरकार को विनिवेश से कुल 91,252.6 करोड़ रुपये मिलेंगे। वित्त वर्ष 2017-18 में सरकार ने विनिवेश से 72,500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है जिसमें से 11 जनवरी 2018 तक 54,337 करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं।

इससे सरकार को मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान 3.2 फीसदी का राजकोषीय घाटा का लक्ष्य पाने में मदद मिलेगी। माना जा रहा है कि अगले वित्त वर्ष में सरकार अपने विनिवेश लक्ष्य में बढ़ोतरी कर सकती है।

शुक्रवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में ओएनजीसी का शेयर 0.23 फीसदी की गिरावट के साथ 193.60 रुपये पर बंद हुआ।

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