मुंबई, 28 मई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य एवं शिवसेना (यूबीटी) के नेता सचिन अहिर ने बुधवार को प्रदेश की महायुति सरकार के अंदर विधायकों और मंत्रियों में नाराजगी की बात कही है। साथ ही सरकार पर विकास कार्यों के लिए विपक्ष को पैसा नहीं देने का आरोप लगाया।
शिवसेना (यूबीटी) एमएलसी सचिन अहिर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, भारतीय जनता पार्टी के सिर्फ विधायक नहीं बल्कि दर्जन भर मंत्रियों में भी नाराजगी है। मंगलवार को उन्होंने अपने नेताओं के सामने इसे व्यक्त करने का काम किया है। जो विधायक और मंत्री पहले हमारी पार्टी को छोड़कर गए, आज वे अपने नए दल से नाराज चल रहे हैं।
महायुति पर ठीक से सरकार नहीं चलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, महायुति अभी जिस तरीके से काम कर रही है, जब जिला परिषद, नगर पालिका और महानगरपालिका में आएंगे तो यह एक-दूसरे की गर्दन पकड़ने वाले हैं। इसकी शुरुआत अभी दिख रही है। सामाजिक न्याय मंत्री का कहना है कि उनके विभाग का पैसा लिया जा रहा है। सरकार विपक्ष को पहले ही पैसा नहीं दे रही है। वह सिर्फ सत्ताधारी पार्टी के विधायकों को पैसा को दे रही है। आम जनता ने जो विधायक चुने हैं, वह कहां जाएंगे, यह बड़ा सवाल खड़ा होता है।
महाराष्ट्र सरकार के वीर सावरकर की बैरिस्टर की डिग्री बहाल कराने को लेकर अहिर ने कहा, हमने पहले ही मांग की थी कि वीर सावरकर को राष्ट्रपुरुष का महान दर्जा दिया जाए। उन्हें मान-सम्मान दिलाने की बात कही थी, लेकिन सरकार ने इसे नहीं किया। वहीं अब नई-नई चीजें करके डिग्री वापस लाकर वे क्या जताना चाह रहे हैं, हमें नहीं पता। अगर वीर सावरकर के बारे में सरकार इतना सोचती है तो यह निर्णय और पहले ही ले लेना चाहिए था।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को मुंबई विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वीर सावरकर के बैरिस्टर की डिग्री को बहाल करने की बात कही थी। अंग्रेजों ने स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ने के कारण सावरकर की बीए और बैरिस्टर की डिग्रियां छीन ली थीं।
--आईएएनएस
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