मुंबई, 18 जुलाई (आईएएनएस)। मुंबई पुलिस ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के विधायक जितेंद्र आव्हाड और अन्य के खिलाफ विधान भवन में प्रदर्शन के दौरान लोक सेवकों के कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई गुरुवार देर रात उनके समर्थक नितिन देशमुख को हिरासत में लिए जाने के विरोध में किए गए प्रदर्शन के बाद हुई।
दरअसल, एक दिन पहले विधान भवन में हुई झड़प के दौरान भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर के समर्थकों ने नितिन देशमुख पर हमला किया था।
इसके विरोध में जितेंद्र आव्हाड ने विधान भवन परिसर में प्रदर्शन किया। उन्होंने पुलिस वाहन को रोककर नितिन देशमुख की रिहाई की मांग की और पुलिस पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आव्हाड पुलिस वाहन के सामने बैठ गए और बार-बार अनुरोध के बावजूद नहीं हटे। इसके बाद पुलिस को उन्हें बलपूर्वक हटाना पड़ा।
इस घटना के बाद मरीन ड्राइव पुलिस थाने में उनके खिलाफ लोक सेवकों के कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया। इस बीच, एनसीपी (एसपी) के एक अन्य विधायक रोहित पवार, जितेंद्र आव्हाड के साथ नितिन देशमुख से मिलने आजाद मैदान पुलिस थाने पहुंचे। वहां उनकी एक पुलिस अधिकारी के साथ तीखी बहस हो गई।
रोहित पवार ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि पुलिस अधिकारी ने उन्हें उचित जानकारी नहीं दी और ऊंची आवाज में बात की, जिसके कारण बहस हुई।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में रोहित पवार पुलिस अधिकारी से ऊंची आवाज में कहते दिखे, अपनी आवाज मत उठाओ, अगर तुम बोलने में सक्षम नहीं हो तो मत बोलो।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आव्हाड और पवार पूछताछ के लिए थाने आए थे। बाद में दोनों ने सरकारी जे.जे. अस्पताल में जाकर नितिन देशमुख से मुलाकात की। आव्हाड और पवार ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस का कहना है कि उन्होंने कानून के अनुसार कार्रवाई की। यह मामला विधान भवन में हुई झड़प और उसके बाद के प्रदर्शन से जुड़ा है।
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