logo-image

मध्य प्रदेश में अब छात्रों को स्कूलों में पढ़ाया जाएगा यातायात का पाठ, 9वीं और 10वीं के पाठ्यक्रम में शामिल

मध्य प्रदेश में नये शिक्षण सत्र से कक्षा 9वीं एवं 10वीं के पाठ्यक्रम में यातायात संबंधी अध्याय जोड़ा गया है.

Updated on: 31 May 2019, 10:01 AM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में नये शिक्षण सत्र से कक्षा 9वीं एवं 10वीं के पाठ्यक्रम में यातायात संबंधी अध्याय जोड़ा गया है. इसके जरिये युवा वर्ग को यातायात संबंधी नियम-कायदे और सड़क सुरक्षा के उपायों के बारे में जागरूक किया जाएगा. एक से 30 जून तक अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा. विशेष पुलिस महानिदेशक पुरुषोत्तम शर्मा की अध्यक्षता में हुई सड़क सुरक्षा संबंधी बैठक में यह जानकारी दी गई. बैठक में डीआईजी धर्मेन्द्र चौधरी सहित राज्य सड़क सुरक्षा क्रियान्वयन समिति के नोडल अधिकारी उपस्थित थे.

यह भी पढ़ें- PM Narendra modi Oath Ceremony : नरेंद्र सिंह तोमर और थावर चंद गहलोत मंत्री, प्रह्लाद पटेल राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बने

विशेष पुलिस महानिदेशक पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि यातायात नियम (Traffic Rules) तोड़ने वालों के लाइसेंस रद्द करने के लिये परिवहन विभाग कार्यवाही करे. उन्होंने आने वाले समय में लाइसेंसों को आधार से लिंक करने का सुझाव दिया, ताकि अन्यत्र स्थान से नया लाइसेंस न बनवाया जा सके. उन्होंने बताया कि प्रदेश में ब्लैक स्पॉट्स पर शॉर्ट टर्म के जरिये काम कर लिया गया है. लॉन्ग टर्म के माध्यम से सुधार के निर्देश जारी किये गये हैं. ग्रामीण सड़कों का अध्ययन कर टर्न और उनकी भौगोलिक संरचना बदलने का प्रयास करने को भी कहा जा रहा है.

यह भी पढ़ें- किसानों के हित में मध्य प्रदेश सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम, पढ़ें पूरी खबर

शर्मा ने कहा कि जिला सड़क सुरक्षा समिति की नियमित बैठकें हों और समिति ऐसे स्थानों को चिन्हित करें, जहां अधिक दुर्घटनाएं हुई हों. ऐसा करने से दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सकेगी.  उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से राज्य-स्तर पर भी प्रचार-प्रसार किया जायेगा. बैठक में बताया गया कि ग्रामीण सड़कों पर राष्ट्रीय एवं राजकीय राजमार्ग की अपेक्षा अधिक हादसे हुए हैं. प्रदेश में 463 ब्लैक स्पॉट चिन्हित हुए हैं. रोड सेफ्टी फण्ड को नॉन लेप्सेबल बनाया गया है.

यह वीडियो देखें-