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कर्जमाफी के लिए तीन कैटेगरी में बांटे जाएंगे किसान, जानें ऋण माफी की पूरी प्रक्रिया

मध्‍य प्रदेश में कमलनाथ सरकार किसानों का कर्जा माफ करने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है. कर्जमाफी के लिए किसानों को तीन कैटेगरी में बांटा जाएगा.

Updated on: 09 Jan 2019, 07:50 PM

भोपाल:

मध्‍य प्रदेश में कमलनाथ सरकार किसानों का कर्जा माफ करने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है. कर्जमाफी के लिए किसानों को तीन कैटेगरी में बांटा जाएगा. ग्रीन, व्हाइट और पिंक कैटेगरी में किसानों को बांटकर उन्‍हें कर्जमाफी का लाभ दिया जाएगा. इसके लिए 15 जनवरी से ग्राम पंचायत औऱ शहरी क्षेत्र में गॉव में नोडल अधिकारी तैनात किए जाएंगे. कर्जमाफी के लिए 22 फरवरी की डेडलाइन तय की गई है.जिन किसानों के पास आधार कार्ड (Aadhar Card) है वे ग्रीन कैटेगरी में किसान रहेंगे, जो पात्र हैं लेकिन आधार कार्ड (Aadhar Card) नहीं है व्हाइट कैटेगरी में वे रहेंगे. जो पात्र हैं लेकिन नाम पात्रता सूची में नहीं है वो किसान पिंक कैटेगरी में रहेंगे.

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बता दें मध्य प्रदेश की नई सरकार ने अपनी पहली बैठक में किसानों की कर्जमाफी पर मुहर लगा दी गई थी. इसमें 12 दिसंबर तक के दो लाख रुपये के कर्ज माफ कर दिए गए. इसके तहत सहकारी, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, राष्ट्रीयकृत बैंकों से लिए गए कर्ज माफ किए जाएंगे. आइए देखते हैं किसे इसका कितना लाभ मिलेगा..

इन किसानों के कर्ज माफ होंगे

  • 31 मार्च 2018 तक बैंकों के खातों में जिन किसानों पर फसल कर्ज होगा वो माफ हो जाएगा
  • जिन किसानों ने 31 मार्च 2018 को बकाए कर्ज का 12 दिसंबर 2018 तक पूरा या आंशिक चुका दिया है तो वो भी माफ हो जाएगा
  • 1 अप्रैल 2007 के बाद लिए गए कर्ज जो 31 मार्च 2018 तक नहीं चुकाए गए या बैंकों ने जिन्हें एनपीए घोषित कर दिया हो
  • उनको भी फायदा मिलेगा जिन्होंने 12 मार्च तक लोन पूरा या आंशिक तौर पर चुका दिया है. मतलब जो कर्ज अदा किया गया है वो उनको वापस कर दिया जाएगा.

ये आएंगे कर्ज माफी के दायरे में 

फसल ऋण ः रिजर्व बैंक और नाबार्ड की परिभाषा के मुताबिक दिया गया छोटा फसल ऋण, कृषि फसल के लिए जिला स्तरीय समिति की तरफ से दिया गया कर्ज, अगर लोन चुका दिया गया है तो इन सर्टिफिकेट की जरूरत होगी, फसल ऋण मुक्ति प्रमाणपत्र, बैंक मैनेजर के दस्तखत से किसान को जारी किया गया ऋण मुक्ति प्रमाण पत्र, किसान सम्मान पत्र
नियमित कर्ज चुकाने वाले किसानों को दिया जाने वाला सम्मान पत्र.

इन किसानों का लोन माफ होगा

  • Madhya Pradesh के किसान, जिनकी जमीन राज्य में है
  • जिस बैंक से कर्ज लिया गया वो ब्रांच Madhya Pradesh में होनी चाहिए
  • कृषि सहकारी समिति की तरफ से मिले कर्ज
  • फसल नुकसान की वजह से रीस्ट्रक्चर किए गए कर्ज

इन कर्ज में माफी नहीं मिलेगी

  • कंपनियों या कॉरपोरेट की तरफ से दिए गए कर्ज
  • किसान सोसाइटी की तरफ से दिए फसल कर्ज
  • किसान प्रोड्यूसर संस्था से दिया गया कर्ज
  • सोना गिरवी रखकर लिया गया कर्ज

कर्ज माफी ऐसे होगी

किसानों के खाते में सीधे रकम डाली जाएगी
फसल ऋण खाते में किसानों का आधार नंबर होना जरूरी है
जिन किसानों के फसल ऋण खाते में आधार नंबर नहीं है उसे जोड़ने का मौका मिलेगा
किसानों के फसल ऋण खाते में उनके माफ कर्ज की रकम जमा करा दी जाएगी.
छोटे और बहुत छोटे किसानों को प्राथमिकता मिलेगी

ये है कर्जमाफी की प्रक्रिया

  • कर्जमाफी के लिए MP-online पोर्टल तैयार करेगी.
  • पोर्टल का मैनेजमेंट किसान कल्याण और एग्रीकल्चर विभाग देखेगा
  • जिला कलेक्टर की अगुआई में हर पंचायत स्तर कर्जमाफी के लिए पात्र किसानों की लिस्ट बनेगी
  • कर्जमाफी के आवेदन में रंगों का मतलब
  • हरे रंग के आवेदन- आधार कार्ड (Aadhar Card) से जुड़े कर्ज खाते
  • सफेद रंग के आवेदन- आधार नहीं जुड़े कर्ज खाते
  • कर्ज माफी की लिस्ट प्रकाशित होने के बाद पंचायतों में हरे और सफेद फार्म मिलेंगे
  • गुलाबी फार्म- किसान लिस्ट के बारे में अपनी आपत्ति दर्ज कराने वाला फार्म

कर्जमाफी की अहम तारीखें

  • 15 जनवरी तक संबंधित बैंक ब्रांच में लगाई जाए और पोर्टल में भी डाली जाएगी
  • 26 जनवरी को ग्रामसभा की बैठक में हरे, सफेद और गुलाबी फार्म की जानकारी दी जाएगी
  • 26 जनवरी तक अर्जी नहीं दे पाने वाले किसानों को 5 फरवरी 2019 तक ग्राम पंचायत में जमा करने का एक और मौका दिया जाएगा
  • 15 जनवरी से 5 फरवरी के बीच ऐसे ऋण खाते आधार लिंक कराए जा सकेंगे जो आधार से नहीं जुड़े.
  • ऑफ लाइन आवेदनों को 26 जनवरी 2019 तक पोर्टल में डाल दिया जाएगा
  • जिन किसानों के कर्ज आधार से नहीं जुड़े उन्हें बैंक जाकर आधार से जुड़वाना होगा.
  • जो किसान आधार कार्ड (Aadhar Card) से कर्ज लिंक नहीं कराएंगे उनको कर्जमाफी नहीं मिलेगी.
  • अगर जमीन ग्राम पंचायत के दायरे में है तो अर्जी पंचायत में और शहर में जमीन है तो नगरीय निकाय के दफ्तर में जमा होगी

आवेदन पत्र के साथ क्या क्या जमा करें

  • आधार कार्ड (Aadhar Card) की फोटो कॉपी
  • सरकारी या क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक है तो ऋण खाता पासबुक का पहले पन्ने की फोटोकॉपी
  • सहकारी बैंक या कृषि समिति से लोन लिया गया है तो ऋण खाता पासबुक की जरूरत नहीं
  • जमीन अगर कई पंचायतों में आती है तो जिस पंचायत में उसका घर है वहां अर्जी जमा होगी.
  • किसानों को कैसे पता चलेगा
  • जानकारी अपलोड होते ही किसानों को sms से सूचित करेगी
  • पोर्टल में भरे गए आवेदन की फोटो कॉपी भी किसान को दी जाएगी.
  • जिन किसानों ने आधार कार्ड (Aadhar Card) या ऋण खाते का नंबर नहीं दिया है उनके अलग से वक्त मिलेगा.
  • कर्ज की रकम किसान के खाते में डालते ही उन्हें sms से सूचित किया जाएगा
  • भुगतान के बाद किसानों को ऋण मुक्ति प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा.

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