छिंदवाड़ा, 6 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आदिवासियों के लिए चलाई जाने वाली कई योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंच रहा है। जिले के सबसे निचले इलाके तक, जिसे पातालकोट कहा जाता है, सरकार की तरफ से सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं। आदिवासियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, पीने का साफ पानी, बिजली जैसी तमाम सुविधाएं मिल रही हैं।
यहां आदिवासी समाज के लोगों के लिए और उनके बच्चों को शिक्षित करने के लिए एक स्कूल भी बनवाया गया है, जहां बच्चे पढ़ाई के साथ खेलकूद और संगीत भी सीखते हैं। इसके अलावा यहां बच्चों के लिए खाने और रहने के लिए व्यवस्था भी है। पातालकोट काफी निचली भूमि पर है। वहां मकान भी काफी दूरी पर बने हुए हैं। यह आदिवासी इलाका है और दूर-दराज से बच्चे हर रोज नहीं आ सकते, ऐसे में छोटे-छोटे बच्चों के लिए यहां पर शिक्षा के साथ रहने और खाने पीने की व्यवस्था है।
पातालकोट स्थित नवीन आदिवासी बालक आश्रम चिमटीपुर में बना हुआ है। इस आश्रम में साफ-सफाई और खाने की व्यवस्था सरकार की तरफ से की गई है, ताकि छोटे बच्चे यहां पर पढ़ाई कर सकें। आदिवासी समाज की एक महिला ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार हमारे लिए बहुत अच्छा काम कर रही है, हम पीएम मोदी का धन्यवाद करते हैं। उन्होंने हमारे बच्चों को शिक्षित करने के लिए यहां पर स्कूल बनवाए हैं, इसके अलावा फ्री राशन हमको मिलता है, पानी भी मिल रहा है। पहले यहां पर कोई व्यवस्था नहीं थी। हम अपना जीवन बड़ी मुश्किल से गुजार रहे थे। पहले हम लोगों के पास कच्चा मकान था, लेकिन अब हमें यहां पर पक्के मकान बनाकर दिए गए हैं।
पातालकोट में रहने वाली एक आदिवासी महिला ने बताया कि पहले जीवन बहुत ही कठिनाई से भरा था। हम लोग आदिवासी हैं, हमारे बारे में किसी ने नहीं सोचा, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हम आदिवासी पिछड़े लोगों की समस्याओं को सुना। उनका हम धन्यवाद करते हैं। हमें यहां पर सभी प्रकार की सुविधा मिलती हैं। अब हमें पक्का मकान, बिजली, पानी और मुफ्त राशन मिल रहा है। हमारा यह इलाका काफी पिछड़ा था और यहां पर मूलभूत सुविधाओं से हम लोग वंचित थे, लेकिन मोदी सरकार ने विकास की मुख्यधारा से हमें जोड़ने का काम किया है। हमें किसान सम्मान निधि का लाभ भी मिल रहा है। इसके अलावा, आयुष्मान कार्ड भी बन गए हैं।
एक लाभार्थी पुरुष ने कहा कि पीएम मोदी ने इस क्षेत्र को बहुत कुछ दिया है। हमें पक्का घर मिला है और अब हम अच्छे से रह रहे हैं। पहले हम घास-फूस की झोपड़ी में रहते थे, लेकिन अब हम कुछ हद तक ठीक हैं। पहले हम महुआ, स्थानीय साग-सब्जियां, जंगली सब्जियां और जो भी मिल जाता था, उस पर गुजारा करते थे। लेकिन हम सम्मान के साथ अपना जीवन जी रहे हैं। हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी सरकार इसी तरह विकास के कार्यों को आगे बढ़ाएगी।
एक लाभार्थी ने पीएम मोदी के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भी धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने न केवल क्षेत्र में, बल्कि पूरे देश में सबसे गरीब लोगों, बच्चों, बुजुर्गों की मदद की है।
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