छतरपुर, 20 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के सागर संभाग के कमिश्नर अनिल सुचारी ने रविवार को छतरपुर जिले के उन गांवों का दौरा किया, जो 18 जुलाई को हुई भारी बारिश और बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए थे।
इस दौरान उन्होंने छतरपुर ब्लॉक के मोरवा और धामची गांवों का निरीक्षण किया, जहां अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो गईं और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए।
कमिश्नर के साथ कलेक्टर पार्थ जैसवाल, एडीएम मिलिंद नागदेवे, सहायक कलेक्टर आशीष पाटिल, एसडीएम अखिल राठौर, तहसीलदार और सीईओ सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। मोरवा के चौकीपुरवा गांव में कमिश्नर सुचारी ने ग्रामीणों से मुलाकात कर उनके नुकसान का जायजा लिया।
उन्होंने अधिकारियों से नुकसान के आकलन, ठहरने की व्यवस्था और खाद्यान्न आपूर्ति की स्थिति के बारे में जानकारी ली। ग्रामीणों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए कमिश्नर ने स्वयं कपड़े और खाद्यान्न सामग्री वितरित की। इस दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं साझा की, जिनमें घरों का ढहना और फसलों का नष्ट होना प्रमुख था। कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षतिग्रस्त घरों का शीघ्र मूल्यांकन कर नियमानुसार मुआवजा प्रदान किया जाए।
साथ ही, बारिश से खराब हुई फसलों का सर्वे कर किसानों को मुआवजा वितरित करने के आदेश दिए। ग्रामीणों की मांग पर कमिश्नर ने निचले इलाकों में बसे परिवारों को स्थायी आवास के लिए दूसरी आबादी वाली भूमि पर पट्टा देने का निर्देश दिया।
उन्होंने ग्रामीणों को सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके अलावा, पंचायत भवन में बनाए गए अस्थाई आश्रय स्थलों का निरीक्षण कर वहां व्यवस्थाओं में सुधार के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया।
इसके बाद कमिश्नर ने उर्मिल नदी से प्रभावित धामची गांव का दौरा किया। वहां उन्होंने ग्रामीणों से उनकी क्षति की विस्तृत जानकारी ली और अधिकारियों को घरों, फसलों और पशु हानि सहित सभी नुकसानों का आकलन करने के निर्देश दिए।
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