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अंग्रेजी का शब्द ‘हैलो’ भारत समेत दुनिया के कई देशों में फोन उठाने के बाद बोला जाने वाला पहला शब्द है. पर क्या आप जानते हैं कि सिर्फ इसी शब्द को क्यों चुना गया.
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टेलिफोन बनाने वाले एलेक्सैंडर ग्राहम बेल ने 1876-1877 के बीच इसका आविष्कार किया था. लेकिन उन्होंने कॉल कनेक्ट होने के बाद ‘हैलो’ का यूज नहीं किया था.
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रीडर्स डायजेस्ट वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार बेल ने तय किया कि कॉल उठाते ही लोग अहॉय कहेंगे. ये डच शब्द हॉई से बना है जो ग्रीटिंग के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है.
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पर ये शब्द काफी अटपटा था. जब टेलिफोन का आविष्कार हुआ, तो वो वॉकी-टॉकी की तरह उपयोग होता था. बात होते समय ये नहीं मालूम चलता था कि कब चौकन्ना होकर सुनना है.
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इस वजह से लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए ही अमेरिकी अविष्कारक थॉमस एडिसन ने हैलो शब्द को चुना. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी वैज्ञानिक बेल के चुने हुए शब्द की जगह हैलो को प्रपोज किया.
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कुछ लोगों का कहना है कि यह फ्रांसीसी शब्द Hola से निकला है जिसका मतलब है 'कैसे हो' और यह फ्रांसीसी शब्द 1066 ईसवी के नारमन हमले के समय इंगलिस्तान पहुंचा था.