मां-बाप दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास होता है. लेकिन साथ ही ये जिम्मेदारी भी कई नई चुनौतियों के साथ आती है. वहीं जब रात में बच्चा बार-बार रोने लगे और आपकी लाख कोशिशों के बाद भी बच्चा चुप नहीं होता है. तो मां-बाप काफी ज्यादा परेशान हो जाते हैं. वहीं मन में सवाल आता है कि दिन में तो बच्चा आराम से रहता है, लेकिन रात में उसे ऐसा क्या होने लगता है जो कि वो रोने लगता है. आइए आपको इसका जवाब देते है.
सर्केडियन रिदम
बच्चों में सर्केडियन रिदम का विकास धीरे-धीरे होता है. उन्हें दिन के उजाले और रात के अंधेरे के बीच का अंतर समझने में टाइम लगता है. जिसकी वजह से वो दिन में जब रोशनी और शोर होता है, तब भी आसानी से सो जाते हैं और रात में जब सब शांत होता है, तब भी जाग सकते हैं.
भूख
न्यू बॉर्न बेबी का पेट बहुत ही छोटा होता है और वो थोड़ी-थोड़ी देर में दूध पीते हैं. वहीं उन्हें रात में हर 2 से 3 घंटे में भूख लग सकती है, जिसकी वजह से वो जाग जाते हैं और बेचैन हो जाते हैं और रोने लग जाते हैं.
गैस या पेट दर्द
न्यू बॉर्न बेबी को रात में गैस या फिर पेट दर्द की दिक्कत हो सकती है, जिसकी वजह से उन्हें दिक्कत होती हैं और वो रोने लगते हैं.
डायपर बदलना
कई बार बच्चे गीले या फिर गंदे डायपर की वजह से भी रोने लगते हैं. जिसकी वजह से उन्हें असहज महसूस होता है और उनकी नींद खूल जाती है.
मां की ममता
कुछ बच्चे रात में अपनी मां या देखभाल करने वाले को अपने करीब महसूस करना चाहते हैं. ऐसे मं जब कोई उनके पास नहीं होता है तो वो रोने लग जाते हैं और बेचैन हो जाते हैं.
स्लीप पैटर्न
कई बच्चों में शुरुआती दिनों में उल्टा स्लीप पैटर्न पैदा हो जाता है. जहां वो दिन में ज्यादा सोते हैं और रात में जागते हैं. जिसकी वजह से वह रात में आराम से सो नहीं सकते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.