हाल ही में, लोग केवल एक व्यक्ति के बजाय एक जोड़े के प्रति आकर्षित होने लगे हैं, इसे "सिम बायो सेक्सुअलिटी" कहा जाता है. इसका मतलब है कि किसी पहले से मौजूद जोड़े के बीच के प्यार और ऊर्जा के प्रति आकर्षण होना. इस सिचुएशन में लोग किसी जोड़े के रिश्ते और उनके बीच की भावनाओं से प्रभावित होते हैं. यह आकर्षण सिर्फ एक व्यक्ति के प्रति नहीं, बल्कि पूरे रिश्ते के प्रति होता है. सरल भाषा में लोग दो लोगों के बीच के इस रिश्ते में शामिल होने की इच्छा रखते हैं.
सिम बायो सेक्सुअलिटी पर हुए शोध के परिणाम:
- एक अध्ययन में पाया गया कि 373 लोगों में से 145 ने कहा कि वे जोड़ों के प्रति अधिक आकर्षित होते हैं, बजाए के एक अकेले व्यक्तियों के प्रति.
- ये लोग आमतौर पर सामाजिक और खुले मिजाज के होते हैं, और उन्हें ध्यान और प्यार की तलाश रहती है. उनके अंदर जलन की भावना काफी कम होती है.
गौर करने लायक बातें:
- सिम बायो सेक्सुअलिटी में आकर्षण रिश्ते की पूरी "ऊर्जा" के प्रति होता है, न कि केवल उसमें शामिल व्यक्तियों के प्रति.
- यह आकर्षण सभी उम्र, जाति, सामाजिक वर्ग और लिंग पहचान में देखा जा सकता है.
- क्वीर और यौन रूप से खुले लोग अक्सर क्वीर और गैर-हेटरोज़ेक्सुअल जोड़ों के प्रति अधिक आकर्षित होते हैं.
पॉलीऐमोरी से भिन्नता:
- पॉलीऐमोरी में एक व्यक्ति कई रोमांटिक रिश्तों में होता है, जबकि सिम बायो सेक्सुअलिटी केवल मौजूदा रिश्तों की खूबियों पर ध्यान देती है.
गौरतलब है कि, धीरे-धीरे सिम बायो सेक्सुअलिटी को फिल्मी दुनिया में भी पहचान मिल रही है. Challengers, Gossip Girl और Tiger King इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं. बता दें कि, कुछ लोग महसूस करते हैं कि वे कई लोगों के साथ जुड़े होने पर उन्हें ज्यादा प्यार मिलता है, जो साफ तौर पर सिम बायो सेक्सुअलिटी की मुख्य खूबी है.