Gen-Z के बीच नए-नए रिलेशनशिप के टर्म्स दिख रहे हैं. जो कि काफी नेगेटिव होते हैं क्योंकि वो किसी रिश्ते के टिकने लायक नहीं होते हैं. वहीं इन दिनों ग्रीन डेटिंग काफी ट्रेंड में है. यह प्यार निभाने का एक तरीका है जो कि सस्टेनेबल नजर आता है. जिसे कि लोग पॉजिटिव लिया जा रहा है. आइए आपको ग्रीन डेटिंग के बारे में बताते हैं इसके साथ यह कैसे ट्रेंड में है.
क्या है ग्रीन डेटिंग
'ग्रीन डेटिंग' का मतलब उस तरह कि डेटिंग से है. जिसमें कई चीजें शामिल हो सकती हैं. जैसे कि नेचर से प्यार, सस्टेनेबल लिविंग, कुदरती चीजों का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल न करना और यहां तक कि क्लाइमेट एक्टिविज्म करना. ग्रीन डेटिंग में इको फ्रेंडली एक्टिविटीज शामिल होती हैं, जैसे- साथ में पेड़ लगाना, हाइकिंग करना, हरियाली में साथ घूमना, लोगों को पर्यावरण के बारे में जागरूक करना, बीच, लेक या मोहल्ले की सफाई करना वगैरह. कुल मिलाकर ये समझा जाए 'ग्रीन डेटिंग' ऐसे पार्टनर की तलाश करना है जो धरती से उतना ही प्यार करता है जितना कि आप.
क्यों आ रही है लोगों को पसंद
बहुत से लोगों को ग्रीन डेटिंग अच्छी लगती है क्योंकि ये उन्हें गहराई से जुड़ने में मदद करती है. जब दोनों पार्टनर एक जैसे एनवायरनमेंटल इश्यूज की परवाह करते हैं, तो वे अक्सर एक कॉमन माइंडसेड, लाइफस्टाइल और फ्यूचर गोल्स को शेयर करते हैं.
पॉजिटिव इंफ्लूएंस
ग्रीन डेटिंग हेल्दी हैबिट्स और सोच-समझकर फैसला लेने को भी एनकरेज करती है. रियूजेबल प्रोडक्ट, ग्रीन बिजनेस को सपोर्ट करना, कार्बन फुटप्रिंट को कम करना. कुल मिलाकर इस तरह की ईको-कॉन्शियस डेटिंग में कपल्स एक दूसरे को पॉजिटिव तरीके से इंफ्लूएंस करते हैं ताकि उनकी च्वॉइसेस एनवायरनमेंट के लिहाज से बेहतर हो सके.
ग्रीन डेटिंग प्यार
मौजूदा वक्त में जब क्लाइमेट चेंज हमारी धरती को बड़े पैमाने पर प्रभावित कर रहा है, ऐसे में ग्रीन डेटिंग प्यार को मीनिंगफुल और जिम्मेदार बनाने का एक ताजा तरीका पेश करती है. ये सिर्फ एक ट्रेंड नहीं है, यह इस बात का रिफ्लेक्शन है कि लोग रिश्तों में अपने वैल्यूज को कैसे अलाइन करना चाहते हैं. कई लोगों के लिए, ग्रीन होना सिर्फ एक लाइफस्टाइल नहीं है, ये प्यार करने का भी एक पॉजिटिव तरीका है.