Makhana Tikki Recipe for Baby: छोटे बच्चे के खानपान में बेहद ही सावधानी बरतनी पड़ती है. उन्हें क्या देना है क्या नहीं अक्सर महिलाएं इसी कंफ्यूजन में रहती हैं. बच्चे के छह माह की उम्र के बाद सॉलिड यानी ठोस पदार्थ देना शुरू कर किया जाता है. लेकिन छह माह बाद तक बच्चे के दांत नहीं निकले होते हैं इसलिए उसे कोई भी सॉलिड फूड लिक्विड के रूप में ही दिया जाता है. अक्सर मांओं के सामने छोटे बच्चों के लिए एक ही सवाल होता है कि बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए उन्हें क्या खिलाएं और कैसी खुराक दें. हम आपकी ये मुश्किलें हल कर देते हैं. आपको एक ऐसी टेस्टी और पौष्टिक रेसिपी मखाना टिक्की के बारे में बता रहे है, जो न खाने में पौष्टिक है बल्कि चबाने में बच्चे को दिक्कत नहीं होती है.
पीडियाट्रिशियन ने दिया सुझाव
अक्सर बच्चे का कम वजन होने से पेरेंट्स परेशान रहते हैं. पीडियाट्रिशियन डॉ अर्पित गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें उन्होनें बच्चे की डाइट में मखाने को टिक्की को शामिल करने की सलाह दी है. आइये जानते हैं बच्चों के लिए मखाने की टिक्की बनाने की विधि.
शिशु के लिए मखाना टिक्की कैसे बनाएं
- आलू - 1
- गाजर - ¼ कप
- हरी मटर - ¼ कप
- मखाना पाउडर - 1 चम्मच
- पोहा - 2 चम्मच (भिगोकर रखा गया)
- काली मिर्च - एक चुटकी
- जीरा पाउडर - एक चुटकी
- हींग - एक चुटकी
- हल्दी - एक चुटकी
बनाने की विधि
- मखाना टिक्की तैयार करने के लिए सबसे पहले सभी सब्जियों को काटकर उबाल लें.
- अब इसे बाउल में डालें और इसमें मखाना पाउडर और भिगोकर रखा गया पोहा मिलाएं.
- अगले स्टेप में इसमें काली मिर्च, जीरा पाउडर, हींगऔर हल्दी डालकर मिक्स करें.
- सभी चीजों को हाथों से मिलाएं और छोटी-छोटी टिक्की तैयार कर लें.
- अब एक पैन गर्म करें और हल्के घी के साथ सभी टिक्की सेक लें.
- टिक्की ब्राउन होने तक दोनों तरफ से सेक लें और दही के साथ बच्चे को सर्व करें.
मखाना टिक्की के फायदे
- ये रेसिपी शिशु के पाचन के लिए अच्छी है. इसमें मखाने के पाउडर का इस्तेमाल किया गया है, जो बच्चे का स्वस्थ रुप से वजन बढ़ाता है.
- मखाने में प्रोटीन, कैल्शियम और एंटीआक्सीडेंट्स की मात्रा ज्यादा पायी जाती है, जो हड्डियों को मजबूत करने के लिए फायदेमंद है.
- यह रेसिपी प्रोटीन, कैल्शियम, एंटीऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स की मात्रा से भरपूर हैं.
- इसमें पोटैशियम और आयरन की मात्रा भी ज्यादा पाई जाती है, जो शिशु के पूरी तरह हेल्दी हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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