छत्तीसगढ़: गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में पहली बार हुआ ट्रैकिंग का आयोजन, 7 राज्यों के लोग हुए शामिल

पर्यटकों के लिए वन विभाग के वाहन से भोजन सामग्री एवं भोजन बनाने के लिए मिस्त्री, सामान उठाने एवं टेंट लगाने के लिए श्रमिक एवं क्षेत्र की जानकारी हेतु गाइड जैसी तमाम व्यवस्था स्थानीय लोगों की मदद से ही पूरी की गई.

पर्यटकों के लिए वन विभाग के वाहन से भोजन सामग्री एवं भोजन बनाने के लिए मिस्त्री, सामान उठाने एवं टेंट लगाने के लिए श्रमिक एवं क्षेत्र की जानकारी हेतु गाइड जैसी तमाम व्यवस्था स्थानीय लोगों की मदद से ही पूरी की गई.

author-image
Sunil Chaurasia
एडिट
New Update
छत्तीसगढ़: गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में पहली बार हुआ ट्रैकिंग का आयोजन, 7 राज्यों के लोग हुए शामिल

गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में ट्रैकिंग करते लोग

छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में पहली बार जंगल ट्रैकिंग प्रेरकों को आकर्षित करने के लिए वन विभाग ने खास पहल शुरू की है. जहां पहली बार जंगल ट्रैकिंग के कार्यक्रम में छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, बंगाल, केरल, तमिलनाडु से कुल 11 ट्रैकर्स आए हुए थे. वन विभाग द्वारा रामगढ़ के ग्राम झापर से लगे बीजापुर नदी उद्गम स्थल से होते हुए गिधेर में कलश पहाड़ से होते हुए तुरी पानी ग्राम से टेढिया बांध तक कुल 35 किलोमीटर का ट्रैक तैयार कर भ्रमण कराया गया.

Advertisment

ये भी पढ़ें- 'मेरे पति मुझसे जो चाहते हैं, मैं उन्हें नहीं दे पा रही हूं', ऐसा सुसाइड नोट लिखने के बाद लड़की ने लगा ली फांसी

इस ट्रैकिंग के दौरान जंगल में टेंट लगाकर 2 रात और 1 रात गांव तुर्री पानी में ग्रामीणों के सहयोग से उनके साथ रात गुजारने की व्यवस्था की गई. ट्रैकिंग करने आए लोगों ने बताया कि उन्होंने कई जगह ट्रैकिंग की है, लेकिन जितना मजा उन्हें यहां आ रहा है, उतना पहले कहीं नहीं आया था. उन्होंने कहा कि यहां के जंगल, पहाड़, नदियां और वन्य प्राणी बहुत ही आकर्षक और रोचक हैं. उनका कहना है कि वे यहां दोबारा आने चाहेंगे.

ट्रेनिंग के दौरान वन विभाग द्वारा यह प्रयास रहा कि ग्रामीणों को भी इसका लाभ दे सकें. पर्यटकों के लिए वन विभाग के वाहन से भोजन सामग्री एवं भोजन बनाने के लिए मिस्त्री, सामान उठाने एवं टेंट लगाने के लिए श्रमिक एवं क्षेत्र की जानकारी हेतु गाइड जैसी तमाम व्यवस्था स्थानीय लोगों की मदद से ही पूरी की गई.

ये भी पढ़ें- 5 दिनों तक बिना कपड़ों के रहती हैं यहां की महिलाएं, पति के साथ नहीं रहते कोई संबंध बल्कि...

छत्तीसगढ़ ट्रैकिंग करने आए लोगों में अंकित तेलंग, नागपुर से कार्तिक और अजहिक, दिल्ली से सिराज, मुंबई से सनी पटेल, रायगढ़ से पुनीता संधू, पंजाब से दिनेश, चेन्नई से उदय पाने देवयानी दत्ता, कोलकाता से नीलेश और अभिनव शामिल रहे.

Source : News Nation Bureau

chhattisgarh bhupesh-baghel koriya guru ghasidas national park tracking
      
Advertisment