मिलिए इंदौर की 'बुलेट रानी' से, 1200 किलोमीटर बुलेट चलाकर बनाया कीर्तिमान

समाज की बंदिशों से परे एक महिला ने अपने जीवन को जीने का एक अनूठा तरीका खोज लिया.

समाज की बंदिशों से परे एक महिला ने अपने जीवन को जीने का एक अनूठा तरीका खोज लिया.

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Drigraj Madheshia
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मिलिए इंदौर की 'बुलेट रानी' से, 1200 किलोमीटर बुलेट चलाकर बनाया कीर्तिमान

इंदौर की नेहा ने 1200 किलोमीटर बुलेट पर राइड कर एक नया कीर्तिमान बनाया है.

समाज की बंदिशों से परे एक महिला ने अपने जीवन को जीने का एक अनूठा तरीका खोज लिया. जिसने पुरुषों का शौक कहे जाने वाले बाइक राइडिंग को अपना जुनून बना लिया. यही नहीं सामाजिक परंपराओं से दूर होकर इस महिला ने अपने बालों का भी त्याग कर दिया . ताकि एक नई पहचान के साथ समाज में महिलाओं को जीने की एक नई सीख दे सके. यह कहानी है इंदौर की नेहा सोनवलकर की. जिसने हाल ही में 1200 किलोमीटर बुलेट पर राइड कर एक नया कीर्तिमान बनाया है.

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इंदौर की नेहा सोनवलकर ने हाल ही में 1200 किमी की सोलो राइड पर इंदौर से निकली और नेहा रविवार को इंदौर लौट आईं. नेहा ने अपनी इस राइड का उद्देश्य, सार्थकता और अनुभव न्यूज़ स्टेट से साझा किए. इंदौर से नासिक, नासिक से गणेशपुरी और गणेशपुरी से इंदौर तक की बाइक राइडिंग करने वाली नेहा की इस राइड के दो उद्देश्य थे. पहला उद्देश्य महिलाओं को अपने अधिकारों और अस्तित्व के प्रति जागरूक करना था और दूसरा उद्देश्य महिलाओं को माहवारी के दिनों में हाइजीन के बारे में जागृति फैलाना.

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नेहा ने राइड के साथ एक और तरीका अपनाते हुए नासिक में अपने केश दान कर दिए. नेहा का कहना है कि इसके जरिए वे यह बात समझाना चाहती थी कि बंधन से मुक्त होने का अधिकार केवल पुरुषों को ही नहीं है. बल्कि महिलाएं भी अपनी जिंदगी अपने अंदाज में जी सकती है. लेकिन अगर आप दूसरों के लिए कुछ नहीं करते तो आपका जीवन व्यर्थ है.

नेहा की मानें तो राइडिंग के दौरान उन्होंने देखा कुछ गांव में लड़कियां बदतर जिंदगी जीने पर विवश हैं. ऐसे में उन्होंने वहां कुछ सेनेटरी नेपकिन देकर संबंधित विषय में जागरूकता लाने की कोशिश भी की.

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नेहा ने बताया कि वहां की महिलाएं इस हाइजीन के बारे में कुछ नहीं जानती. बावजूद इसके महीने के उन दिनों होने वाली शारीरिक व मानसिक समस्या से निजात के बारे में कोई चर्चा नहीं की जाती. ऐसे में समाज को राइडिंग के माध्यम से एक नया रूप दिखाने वाली नेहा कई जज्बा निश्चित ही महिलाओं के लिए एक मिसाल के तौर पर देखा जा रहा है.

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Source : News Nation Bureau

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