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ये हैं भारत की टॉप रहस्यमयी जगहें, जानें इनके पीछे की अनसुलझी पहेली

भारत का पर्यटन विश्वभर में अपनी विविधता और समृद्धि के लिए प्रसिद्ध है. यहां पर अनगिनत पर्यटन स्थल हैं जो प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक महत्व, और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं.

Updated on: 26 Jan 2024, 08:04 PM

नई दिल्ली :

भारत एक विशाल और विविध देश है, जिसे दक्षिण एशिया में स्थित है. यह दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और अपनी भौगोलिक, सांस्कृतिक, और ऐतिहासिक विविधता के लिए प्रसिद्ध है. भारत देश भारतीय महासागर, अरब सागर, और हिमालयों से घिरा हुआ है. इसकी राजधानी नई दिल्ली है, और भारत की अन्य प्रमुख शहरों में मुंबई, कोलकाता, बैंगलोर, चेन्नई, और हैदराबाद शामिल हैं. भारत की आबादी करीब 1.3 अरब है और यह विभिन्न धर्म, भाषा, और संस्कृतियों का घर है. यहां कई धार्मिक स्थल, ऐतिहासिक स्थल, और प्राकृतिक सौंदर्य हैं जो दुनियाभर के लोगों को आकर्षित करते हैं.

भारत का पर्यटन विश्वभर में अपनी विविधता और समृद्धि के लिए प्रसिद्ध है. यहां पर अनगिनत पर्यटन स्थल हैं जो प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक महत्व, और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं. भारतीय उपमहाद्वीप में पर्यटन का विकास न केवल देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देता है, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने और उसे विश्व के साथ बांधने का एक महत्वपूर्ण साधन भी है. भारत में कई रहस्यमय स्थान हैं, 

1. कॉंगो डेंजले:

कॉंगो डेंजले भारतीय राज्य असम में स्थित है और इसे भारत का 'भूतिया झील' भी कहा जाता है. इस झील का कहानी में कहा जाता है कि यहां अनगिनत लोगों की अत्यंत संतानें हैं और जल में कोई पेड़-पौधे नहीं होते हैं. कॉंगो डेंजले की भूमिका असम के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर में महत्वपूर्ण है. यह एक अत्यधिक महत्वपूर्ण प्राचीन झील है, जो प्राचीन असमीय जीवन और संस्कृति का प्रतीक है. कहा जाता है कि इस झील का नाम रामायण के युद्ध में रावण और जटायु के बीच के युद्ध स्थल के नाम को याद करते हुए 'कॉंगो डेंजले' पड़ा है. यह इतिहासिक और पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण स्थान रखता है और लोगों के लिए धार्मिक एवं पौराणिक आदर्शों का प्रतीक है.

2. जटायु का किला:

जटायु का किला, जिसे 'जटायु की निवासस्थल' के रूप में भी जाना जाता है, केरल के प्राचीन किलों में से एक है. इसका रहस्य यह है कि इसे रामायण के काल में बनाया गया था और यहां जटायु नामक गरुड़ जीवित थे. जटायु का किला केरल के प्राचीन किलों में से एक है, जिसका इतिहास बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस किले का नाम रामायण के काल में बड़े गरुड़ राजा जटायु के नाम पर रखा गया है. इसका इतिहास उस समय को याद करता है जब भगवान राम का अयोध्या से वनवास कार्यक्रम चल रहा था. वाल्मीकि रामायण के अनुसार, जटायु ने सीता का हरण करने वाले रावण का पीछा करते हुए लंका के निकट स्थित इस किले में युद्ध किया था. जटायु ने अपनी जान की परख के लिए रावण से युद्ध किया, जिससे उनकी पराजय हो गई और वे मृत्यु के मुख में प्राण त्यागे. इस घटना के उपलक्ष्य में इस किले का नाम जटायु का किला पड़ा है. इसका इतिहास महत्वपूर्ण है और यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो लोगों को रामायण की कथाओं को याद दिलाता है.

3. राणी की वाव:

राणी की वाव गुजरात के पाटन शहर में स्थित है और इसे भारत का सबसे विशालकाय बावड़ा माना जाता है. इसकी गहराई और गोपनीयता का रहस्य आज भी विद्यमान है. राणी की वाव गुजरात के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, जिसका नाम महिला सम्मानित करने के लिए राणी के वाव के रूप में रखा गया है. यह वाव प्राचीन काल से ही महिला सम्मान और सुंदरता की प्रतीक है. इस वाव का निर्माण महाराजा उदयसिंह ने 1499 में करवाया था. इस वाव का निर्माण उनकी पत्नी राणी उदयमति के स्मृति में किया गया था. यह वाव समुद्रतल से 100 फुट नीचे स्थित है और इसके 150 सीढ़ियां हैं जो विभिन्न लेवल पर पहुंचने के लिए हैं. यह वाव की सुंदरता, आकर्षक आर्किटेक्चर और इतिहास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है. राणी के वाव के इतिहास और साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान है, और यह भारतीय संस्कृति और विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है.

4. बरेली का तलाब:

यह तलाब उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में स्थित है और इसे भारतीय बर्मुडा त्रिकोण के रूप में जाना जाता है. इसका तलाब अपने अन्यथा नामकरण के कारण भी मशहूर है. बरेली का तालाब एक प्रमुख प्राचीन स्थल है जो शहर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को प्रतिनिधित करता है. इस तालाब का निर्माण बरेली के प्राचीन समय में हुआ था, और यह शहर की प्राचीनतम संरचनाओं में से एक है. इस तालाब का इतिहास अत्यंत महत्वपूर्ण है और यह शहर की विरासत का हिस्सा है. इस तालाब में पानी के आवागमन के कारण, यहाँ पर प्राचीन समय से ही लोगों का आत्मनिर्भरता स्तर बढ़ा है और उन्हें पानी के संचयन और उपयोग के लिए योजनाएं बनाने की आवश्यकता महसूस हुई है. इस तालाब का निर्माण और इसके उपयोग के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन हमें इसके महत्व को समझने में मदद करता है.