कमाल का है तेलंगाना का यह हनुमान मंदिर, हजारों बंदरों का है घर
भारत एक ऐसा देश है जो कई मंदिरों और धार्मिक स्थलों का घर है. लगभग हर राज्य में असंख्य मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च हैं. तेलंगाना में भी, कई मंदिरों में विभिन्न लोग आते हैं.
नई दिल्ली :
भारत एक ऐसा देश है जो कई मंदिरों और धार्मिक स्थलों का घर है. लगभग हर राज्य में असंख्य मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च हैं. तेलंगाना में भी, कई मंदिरों में विभिन्न लोग आते हैं. ऐसा ही एक मंदिर जो काफी सुर्खियों में रहा है वह है जक्कुला हनुमान मंदिर, जो तेलंगाना के अनंतसागर में स्थित है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर का इतिहास 200 साल से भी ज्यादा पुराना है और यहां कई विशेष पूजाएं की जाती हैं. हर साल कई भक्त इस मंदिर में आते हैं, खासकर राम नवमी के अवसर पर. इस दौरान, हजारों भगवान हनुमान भक्त भी अपनी भलाई और समृद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना करने आते हैं.
जक्कुला हनुमान मंदिर शनिग्राम तालाब से थोड़ी दूरी पर स्थित है. इस मंदिर की एक खास बात यह है कि पानी नीम के पेड़ की जड़ों से निकलता है और मंदिर के बाहर भर जाता है. पानी हमेशा वहां रहता है, भले ही सूखा पड़े. मंदिर में आने वाले सभी भक्त इसे पवित्र गंगा जल मानते हैं. मंदिर के इस हिस्से में हर दिन भक्त स्नान करने और अपने पापों से मुक्त होने के लिए आते हैं. इसके अलावा, मंदिर में एक शिवलिंग भी है जो मंदिर के ठीक बगल में स्थित है.
सरकार कर रही पहल
इस मंदिर की एक और खासियत यह है कि यहां सैकड़ों बंदर रहते हैं और अक्सर उन्हें मंदिर में आराम करते हुए देखा जाता है. इस पहाड़ी को कोटि मंकी हिल के नाम से जाना जाता है और गर्मी के मौसम में बंदर पानी में तैरते हैं. सरकार ने भी पहल करते हुए यहां कई पेड़ लगाए हैं. मंदिर परिसर के पास एक उद्यान भी स्थापित किया गया है. इसके अलावा, सरकार ने भक्तों के लिए पानी पीने की सुविधाओं का भी प्रावधान किया है. जक्कुला मंदिर का नाम जक्कुला कबीले के नाम पर रखा गया था. पिछले कुछ वर्षों से सरकार श्रद्धालुओं के लिए इसका पुनर्निर्माण करा रही है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Pramanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के इन विचारों से जीवन में आएगा बदलाव, मिलेगी कामयाबी
-
Shri Premanand ji Maharaj: मृत्यु से ठीक पहले इंसान के साथ क्या होता है? जानें प्रेमानंद जी महाराज से
-
Maa Laxmi Shubh Sanket: अगर आपको मिलते हैं ये 6 संकेत तो समझें मां लक्ष्मी का होने वाला है आगमन
-
May 2024 Vrat Tyohar List: मई में कब है अक्षय तृतीया और एकादशी? यहां देखें सभी व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट