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Corona Epidemic : इस राज्य के पर्यटन सेक्‍टर को 600 करोड़ रुपये का नुकसान

सात लाख से कम की आबादी वाले सुंदर व सुरम्य हिमालयी राज्य सिक्किम के लिए भी 2020 का साल संकट भरा रहा, क्योंकि कोविड-19 महामारी ने राज्य के पर्यटन उद्योग को बर्बाद कर दिया, जो इस राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है.

Updated on: 27 Dec 2020, 11:06 PM

गंगटोक:

सात लाख से कम की आबादी वाले सुंदर व सुरम्य हिमालयी राज्य सिक्किम के लिए भी 2020 का साल संकट भरा रहा, क्योंकि कोविड-19 महामारी (Covid-19 Epidemic) ने राज्य के पर्यटन उद्योग (Tourism Sector) को बर्बाद कर दिया, जो इस राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है. सिक्किम पर्यटन विकास निगम (एसटीडीसी) के अध्यक्ष लुकेंद्र रसैली ने कहा कि महामारी की वजह से पर्यटन क्षेत्र को इस साल 600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

मई के अंतिम सप्ताह से पहले तक सिक्किम कोरोना वायरस महामारी से अछूता था, जब दिल्ली से लौटे एक छात्र को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था और इसके साथ ही इस घातक वायरस ने इस सीमावर्ती राज्य में भी दस्तक दी थी. इसके दो महीने बाद, राज्य में कोविड-19 से पहली मौत हुई जब पूर्वी सिक्किम जिले के एक 74 वर्षीय व्यक्ति ने बीमारी के कारण दम तोड़ दिया. इसके बाद वायरस राज्य के सभी चार जिलों में फैल गया. सिक्किम में अब तक कोविड-19 के 5,600 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और संक्रमण से 120 से अधिक मौतें हुई हैं.

रसैली ने कहा, कोविड​​-19 महामारी का पर्यटन उद्योग पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. राज्य सरकार संक्रमण से बचने के लिए मार्च के पहले सप्ताह में ही सीमाओं को सील करने, पर्यटकों पर प्रतिबंध लगाने और शैक्षणिक गतिविधियों को निलंबित करने समेत कई एहतियाती कदम उठा चुकी थी, लेकिन इसके बावजूद इस प्रकोप से राज्य को दूर नहीं रखा जा सका. महामारी के मद्देनजर नाथुला बॉर्डर पास पर भारत-चीन व्यापार को भी निलंबित कर दिया गया. राज्य में स्थानीय स्तर पर राजस्व उत्पन्न करने के उपाय बहुत कम हैं, ऐसे में कई महीनों से व्यापारिक गतिविधियों के बंद रहने से राज्य की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है.

प्रेम सिंह तमांग की सरकार ने अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के लिए उपाय सुझाने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति बनाई है. वर्तमान में राज्य में हर सप्ताह लगभग 200 मामले सामने आ रहे हैं. 1800 ईसवी के बाद से पहली बार इस साल कोविड-19 महामारी के कारण सिक्किम में निनमापा और खग्यू संप्रदायों के बौद्ध मठ प्रसिद्ध खग्याद चाम का आयोजन नहीं करेंगे, जो एक प्रकार का पारंपरिक मुखौटा नृत्य होता है, जिसमें बौद्ध भिक्षु मुखौटा पहनकर नृत्य करते हैं. हर साल भुटिया त्योहार लोसूंग (नव वर्ष) के दौरान राज्य के विभिन्न मठों में भिक्षु मुखौटा नृत्य का प्रदर्शन करते हैं और इसमें हजारों भक्तों के साथ-साथ दुनिया भर के पर्यटक भी शामिल होते हैं.

वर्ष के दौरान एक सकारात्मक घटनाक्रम में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अक्टूबर में सिक्किम में राष्ट्रीय राजमार्ग-310 से सटी 19.85 किलोमीटर लंबी एक वैकल्पिक सड़क का उद्घाटन किया.