क्रिसमस के लॉन्ग वीकेंड पर उठाये इन शहरों को घूमने का मजा
इस साल क्रिसमस पर लॉन्ग वीकेंड है। ऐसे में घर बैठ कर छुट्टियां बरबाद ना करें और अपने बैग पैक कर लें।
नई दिल्ली:
इस साल क्रिसमस पर लॉन्ग वीकेंड है। ऐसे में घर बैठ कर छुट्टियां बरबाद ना करें और अपने बैग पैक कर लें। आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बता रहें है, जहां क्रिसमस का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
इसे भी पढ़ें: क्या दिल्ली की इन जगहों पर घूमे हैं आप, जहां जुड़ा है इतिहास
गोवा: गोवा में क्रिसमस का त्योहार बड़े उत्साह से मनाया जाता है। यहां की सभी गलियां लाइट्स और फूलों से सजी रहती है। जो आपकी छुट्टियों के मजे के दोगुना कर देंगी। गोवा में विश्व प्रसिद्ध चर्च है जहां पारपंरिक तौर से क्रिसमस मनाया जाता है। इसके साथ ही यहां होने वाली लेट नाइट पार्टी और लाइव म्यूजिक आपकी ट्रिप का मजा बढ़ा देंगे।
मुबंई: देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुबंई भी क्रिसमस को हर्षोउल्लास के साथ मनाते है। यहां के बेकरी में आपको तरह-तरह के क्रिसमस स्पेशल पेस्ट्री-केक, मफिन आदि मिल जाएगें। बेकरी ही नहीं क्रिसमस पर मुबंई की शॉपिंग भी काफी खास होती है। अगर आप पार्टियों में जाना पंसद करते हैं तो क्रिसमस के दौरान जरूर जाएं।
केरल: केरल को भगवान का अपना देश कहा जाता है। यहां कई ऐतिहासिक चर्च है। जहां क्रिसमस का त्यौहार उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दौरान केरल की सड़कें रोशनी और हरियाली से भरी हुई दिखाई देती है।
पुडुचेरी: शांत और खूबसूरत बीच के लिए मशहूर पुडुचेरी में क्रिसमस के दौरान छुट्टियां बिताना एक अच्छा विकल्प है। यहां के वातावरण में क्रिसमस के दौरान उत्साह और उल्लास को महसूस किया जा सकता है। शांति और सेलीब्रेशन बेस्ट कॉम्बिनेशन है पुडुचेरी।
मनाली: बर्फ गिरने के कारण दिसंबर के महीने में यहां हरियाली दूर-दूर तक देखने को नहीं मिलती। पहाड़ों, पेड़ों और घरों पर बर्फ की सफेद चादर फैली होती है। ऐसे में क्रिसमस की लाइट इस बर्फ की चादर को और खूबसूरत बना देती है।
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें