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मुगलों से इस खट्टे मीठे फल का क्या है कनेक्शन, 100 प्रतिशत आपको भी नहीं पता होगा ये राज

यह फल चेब, चेरी, रसभरी, खुबानी परिवार से है. ये न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होता है बल्कि सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. यह सोडियम, पोटेशियम, आयरन, फाइबर, आयरन और विटामिन सी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है.

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Neha Singh
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Mughals and Prunes

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Benefits Of Dried Prunes: इन दिनों बाजार में एक खट्टा मीठा फल खूब देखने को मिल रहा है. ये न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होता है बल्कि सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. यह सोडियम, पोटेशियम, आयरन, फाइबर, आयरन और विटामिन सी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है. यह फल चेब, चेरी, रसभरी, खुबानी परिवार से है. हम यहां बात कर रहे हैं आलूबुखारा की. आलूबुखारा को अलूचा या प्लम कहते हैं. आइए जानते हैं कि इस फल के नाम का मुगलों से क्या है कनेक्शन. 

चरकसंहिता में इसका जिक्र

जानकारी के मुताबिक भारत में आलूबुखारा लगभग 2000 वर्ष से उगाया और खाया जा रहा है. चरकसंहिता में इसका जिक्र देखने को मिलता है. उस दौरान लिखे गए आयुर्वेदिक ग्रंथ चरकसंहिता में आलूबुखाने को खाने में स्वादिष्ट और शीघ्र पचने वाला बताया है.  आलू बुखारा में बुखारा शब्द उज्बेकिस्तान के प्राचीन शहर बुखारा से आया है. आलू बुखारा में बुखारा शब्द उज्बेकिस्तान के प्राचीन शहर बुखारा से आया है.  मुगलों का संस्थापक बाबर भी उज्बेकिस्तान से आया था. 

मुस्लिम शासकों ने दिया नाम

संस्कृत भाषा में इसका नाम आरुकम है. माना जाता है कि मुस्लिम शासकों के भारत में आने के बाद इस फल का नाम आलूबुखारा हो गया. रिपोर्ट के मुताबिक कई सौ साल पहले आलूबुखारा की खेती केवल बुखारा शहर में निर्यात करने के लिए होती थी.  

हार्ट को हेल्दी रखे 

सूखा आलूबुखारा हमारे हार्ट को हेल्दी रखता है. इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है. यह शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके हार्ट संबंधी बीमारियां होने के खतरे को कम करता हैं. इसके सेवन से हार्ट स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचाव होता है.

डायबिटीज कंट्रोल करे 

इसके सेवन से डायबिटीज कंट्रोल रहती है. शुगर लेवल घटाने में भी सूखे आलूबुखारे फायदेमंद माने जाते हैं. बता दें कि, आलू बुखारा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ने देता. इसमें मौजूद फाइबर भी डायबिटीज के मरीजों को हेल्दी रखता है.

पाचन तंत्र मजबूत करे 

जो लोग इसे खाते हैं उनका पाचन मजबूत रहता है. हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, सूखा आलूबुखारा के सेवन सेपाचन तंत्र में होने वाली समस्याएं भी दूर होती है. इसमें मौजूद फाइबर पेट में कब्ज बनने से रोकता है और पेट को साफ करता है. इसके नियमित सेवन से पेट में गैस, अपच,पेट फूलना और एसिडिटी की समस्या में भी राहत मिलती है.

वजन घटाए 

आलू बुखारे के सेवन से वजन घटाने मदद मिलती है. इसमें कैलोरी की मात्रा बेहद कम होती है. इसलिए आलूबुखारा खाने से वजन नियंत्रित रहता है. बता दें कि, 100 ग्राम आलू बुखारे में लगभग 46 कैलोरी होती है. इसमें दूसरे फलों की तुलना में कैलोरी कम और फाइबर अधिक होती है. इस वजह से ये वजन कंट्रोल करने में मदद कर सकता है.

हड्डियां मजबूत बनाए 

सूखा आलूबुखारे के सेवन से हड्डियों मजबूत होती हैं. हड्डियों में होने वाली सूजन से भी राहत मिलती है. इसमें मौजूद पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स हड्डियों में होने वाले दर्द को कम करते हैं. सूखे आलूबुखारे के सेवन से ऑस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ित लोगों को राहत मिलती है.

आंखों को जोखिम से बचाए 

सूखा आलूबुखारा का सेवन करने से आंखों की परेशानियों से निजात मिल सकती है. बता दें कि, आलू बुखारा में मौजूद विटामिन सी और ई मोतियाबिंद के खतरे को कम करने की क्षमता रखते हैं. इसके साथ ही इसके सेवन से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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