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Soaked Vs Dry Raisins
Soaked Vs Dry Raisins: किशमिश अंगुर को सुखाकर बनाई जाती है. इसमें फाइबर, आयरन, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट जैसे कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसे रोजाना खाने से डाइजेशन बेहतर रहता है. कुछ लोग किशमिश को भिगोकर खाना पसंद करते हैं तो कुछ लोग इसे सूखा ही खाते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि किशमिश को किस तरह से खाना ज्यादा हेल्दी है और क्यों.
भीगी किशमिश के फायदे
किशमिश को कुछ घंटों या रातभर पानी में भिगोने से वह सॉफ्ट हो जाती है. इससे इसे पचाना आसान हो जाता है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें कब्ज या एसिडिटी की समस्या रहती है. किशमिश भिगोने से उसमें मौजूद फाइटिक एसिड की मात्रा कम हो जाती है जो आयरन, कैल्शियम और जिंक के एब्जॉप्शन में रुकावट डालता है. फाइटिक एसिड कम होने से शरीर इन मिनरल्स को आसानी से एब्जॉर्ब कर पाता है. खाली पेट भीगी किशमिश खाने से पेट साफ रहता है और गट हेल्थ बेहतर होती है. इसमें मौजूद पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है और शरीर में एनर्जी भी बनाए रखता है.
सूखी किशमिश खाने के फायदे
वहीं अगर आप सूखी किशमिश का सेवन करते हैं तो आपको बता दें कि इसमें फाइबर ज्यादा होता है जिससे रोजाना आसानी से पेट साफ होता है. इसके अलावा इसे खाने के बाद पेट लंबे समय तक भरा रहता है जिससे आप ओवरईटिंग से बचते हैं जो वजन बढ़ने का एक कारण है. हालांकि खाने के बाद कम पानी पीने से कुछ लोगों को गैस या सूजन की समस्या हो सकती है. सूखी किशमिश में नेचुरल शुगर ज्यादा मात्रा में होती है जिससे शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है. इसलिए यह वर्कआइट से पहले या थकान महसूस होने पर खाने का अच्छा ऑप्शन हो सकती है.
सूखी या भिगोई हुई क्या है ज्यादा हेल्दी?
सूखी किशमिश को आप आसानी से कहीं भी कभी भी खा सकते हैं. इसे दही, ओट्स या सलाद में आसानी से मिला सकते हैं. वहीं भीगी किशमिश पहले से भिगोकर रखनी पड़ती है और इसे ज्यादा दिन तक स्टोर नहीं किया जा सकता है. अगर डाइजेशन कमजोर है या कब्ज की समस्या रहती है तो भीगी किशमिश खाना ज्यादा बेहतर है. वहीं अगर आपको जल्दी एनर्जी चाहिए या अचानक भूख लगने पर कुछ हेल्दी स्नैक्स चाहिए तो सूखी किशमश सही है. बेहतर यही होगा कि सुबह के वक्त भीगी किशमिश खाएं और जब कहीं घर से बाहर हो तो सूखी किशमिश खाएं.
एक दिन में कितना किशमिश खाएं?
Disclaimer: यह खबर सिर्फ जानकारी के लिए है अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह लेना न भूलें.
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