Self Doubt: सेल्फ डाउट किसी भी व्यक्ति को जीवन में बहुत पीछे धकेल देता है. ऐसे लोग चाहकर भी जीवन में कुछ बेहतर नहीं कर पाते हैं. अगर आप भी इन्ही में से एक हैं, तो ऐसे में ये बेहद जरूरी है की आप सेल्फ डाउट से डील करना सीखें और लाइफ को अपने पॉइंट ऑफ व्यू से देखना शुरू करें. बहुत से लोगों में सेल्फ डाउट यानी की आत्म संदेश की भावना आ जाती है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि अगर कोई आपको लंबे समय से क्रिटिसाइज कर रहा हो या फिर आपके अंदर गलतियां निकालने की कोशिश कर रहा हो. ऐसे में किसी भी व्यक्ति के मन में सेल्फ क्रिटिसिज्म या सेल्फ डाउट आ सकता है. आइए जानते हैं कैसे निकले इससे बाहर.
इन संकेतों से पहचानें कि आप सेल्फ डाउट में हैं या नहीं
1. आप दूसरों से प्रशंसा स्वीकार नहीं कर सकते, और आप स्वयं को श्रेय नहीं दे सकते.
2. आप लगातार किसी एक चीज को लेकर रीएश्योर होने की कोशिश करती रहती हैं.
3. आपका सेल्फ एस्टीम बहुत कम है.
4. आपको ऐसा लगता है कि आप किसी भी कार्य के लिए अच्छे नहीं हैं.
सेल्फ डाउट के कारण
नार्सिस्टिक पेरेंट्स या फिर पार्टनर सेल्फ डाउट की सिचुएशन में फंस जाते हैं. ऐसे लोग केवल अपने डिसीजन को सामने वाले व्यक्ति पर थोप देते हैं. वहीं ऐसे लोग आपको खुद के एक्शन और डिसीजन पर डाउट करने पर मजबूर कर देते हैं. बहुत से ऐसे लोग हैं, जो पास्ट में कई बार फेलियर का सामना कर चुके हैं, उन्हे कही न कहीं खुदपर डाउट आ जाता है.
कैसे करें सेल्फ डाउट को डील
सेल्फ डाउट से बचने के लिए कंपैरिजन करना बंद कर दें. एक्सपर्ट के अनुसार सेल्फ डाउट का सबसे बड़ा कारण है दूसरों से खुदकी तुलना करना. जब हम ऐसा करना शुरू कर देते हैं, तो वहीं से सेल्फ डाउट शुरू हो जाता है.
गलतियों से सबक लें
सेल्फ डाउट को खत्म करने के लिए हमें अपनी गलतियों से सीखना चाहिए. साथ ही हम अपनी क्षमताओं को कैसे विकसित करते हैं और इसे कैसे सुधारते हैं, इस पर ध्यान देना चाहिए. अपने आप को आईने में देखें और हर दिन की शुरुआत में तीन सकारात्मक बातें कहें.
सपोर्टिव लोगों की संगत में रहें
अगर आपको ऐसा महसूह हो कि आप सेल्फ डाउट से परेशान हैं तो खुद को सपोर्टिव लोगों के आसपास रखें. अपना समय उन लोगों के साथ बिताए जो आपको अच्छा महसूस कराते हैं. जब आप स्वयं को प्रोत्साहित करने के लिए संघर्ष कर रहे हों तो वे इसमें आपको एप्रिशिएट कर सकते हैं.
पास्ट अचीवमेंट को याद रखें
याद रखें जब आप स्कूल या काम पर कुछ करने से डर रहे होंगे, लेकिन वास्तव में वे काम अच्छा हो रहा था? यह उन ठोस उपलब्धियों को प्रतिबिंबित करने में मदद करता है, जहां हमारे लिए कुछ चीजों को करना कठिन हो जाता है. बहुत सारी अचीवमेंट प्रारंभिक अनिश्चितता या संदेह से पैदा होती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
यह भी पढ़ें: शराब पीकर क्या सच बोलते हैं लोग? क्यों इसे कहते हैं 'Truth Serum' जानिए असली वजह