Bhabhi and Nanad Fight: जब भी कोई लड़की शादी के बाद ससुराल जाती है तो वह उस घर में बिल्कुल नई होती है. वहां उसका सामना न सिर्फ अपनी सास से होता है बल्कि ननद से भी होता है. ननद-भाभी के बीच विवाद बेहद आम बात है, जो ज्यादातर भारतीय परिवारों में देखने को मिलता है. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जो रिश्तों में दरार का कारण बनते हैं. आइए जानते हैं भाभी और ननद के बीच झगड़े के कारण क्या-क्या हो सकते हैं...
पहले जैसा ध्यान नहीं दे पाना
ननद को अक्सर लगता है कि शादी के बाद उनका भाई इतना ध्यान नहीं दे पा रहा जितना कि पहले देता था. ननद के भाई की पत्नी की जिंदगी में आने से ननद को यह महसूस हो सकता है कि उसके अधिकार में कमी हो रही है. यह अक्सर झगड़े का बड़ा कारण बन जाता है.
गलतफहमियां होना
ससुराल में छोटी-छोटी बातें कभी-कभी बड़ी गलतफहमियों में बदल जाती हैं. ननद को लगता है कि भाभी उसका अधिकार छीन रही है तो कभी भाभी को लगता है कि ननद उसकी इज्जत नहीं कर रही है. अगर ये छोटी-छोटी गलतफहमियां दूर न की जाएं तो ये विवाद का रूप ले लेती हैं.
परिवार में अलग-अलग रोल
ननद और भाभी दोनों ही घर में अपनी-अपनी भूमिका अपने-अपने तरीके से निभाना चाहती हैं, लेकिन कभी-कभी ऐसा करने से टकराव की स्थिति पैदा हो जाती है, खासकर जब घर के कामों में वर्चस्व जमाने की कोशिश की जाती है. तब परिवार के अन्य सदस्य किसका समर्थन करते हैं. यह भी अनबन को बढ़ावा देता है.
परिवार की अपेक्षाएं
ससुराल में ननद और भाभी के बीच झगड़े का दूसरा बड़ा कारण है परिवार की अपेक्षाएं. कई बार घर के सदस्यों की ओर से दी गई जिम्मेदारियों को लेकर दोनों के बीच संघर्ष हो सकता है. उम्मीद की जाती है कि भाभी नए घर की जिम्मेदारी संभालेंगी, जबकि ननद को अपने भाई के प्रति अलग जिम्मेदारियां महसूस होती हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)