जिस इंसान को उसके रिश्ते में धोखा मिलता है तो मानों उसकी तो पुरी दुनिया ही उजड़ जाती है और अगर कोई उनके सामने भरोसे की बात करें तो उन्हें चिढ़ हो जाती है. वहीं कुछ लोग तो इस धोखे से बाहर आने के लिए साइकोलॉजिकल की हेल्प लेते है. इन दिनों लगभग हर दिन रिश्तों में धोखे की खबरें सामने आ रही है. जिस इंसान को धोखा मिलता है उसे डिप्रेशन, एंग्जायटी, आत्मविश्वास की कमी जैसी दिक्कतें होने लगती हैं.
मेरे साथ ही क्यों
रिश्ते में धोखा खाना बेहद तकलीफदेह है, लेकिन यह मेरे साथ हुआ उसे स्वीकारना भी जरूरी है. ऐसा करने से गुस्सा, चिढ़, नींद ना आने की परेशानी हो सकती है. जिनके साथ उनके पार्टनर ने धोखा किया उनके मन में यह विचार भी उठ सकता है कि आखिर उनके साथ ही ऐसा क्यों हुआ. हम इसे जितनी जल्दी स्वीकार करेंगे, उतनी जल्दी आगे मूव कर पाएंगे.
पार्टनर से बात करें
इस मुद्दे पर आप अपने पार्टनर से बात कर सकते हैं कि ऐसा क्यों हुआ. लेकिन उसकी तह में जाने से बचें. ऐसा करने से आपको और भी ज्यादा तकलीफ होगी और लंबे समय तक आप उससे निकल नहीं पाएंगे. बातचीत से आपको निर्णय लेने में आसानी होगी और आपकी हीलिंग भी हो पाएगी.
इस तरह करें रीस्टार्ट
भरोसा करें
किसी पर फिर से विश्वास करने में वक्त लगता है, यह एक लंबी प्रक्रिया है. यह रातोंरात होने वाला बदलाव नहीं. धोखा खाने वाले व्यक्ति को नॉर्मल लाइफ की तरफ बढ़ने में छह महीने से सालभर का वक्त लग जाता है. इस मामले में वक्त ही सबसे बड़ा हीलर माना जाता है.
गलतियों से बचें
विश्वास करने का मतलब ब्लाइंड ट्रस्ट करना नहीं है. फूंक-फूंककर कदम रखें, पुरानी गलतियों को फिर से दोहराएं नहीं. कोई ऐसी चीज जो आपको धोखे को लेकर सतर्क करती हो, उसे जरूर सीखें. आपको आगे अपनी समझ और सूझबूझ का इस्तेमाल करना है.
एक्सपर्ट की हेल्प लें
अगर लाख कोशिशों के बाद भी आपके अंदर भरोसे का भाव फिर से नहीं आ रहा है तो आपके ब्रेन में कुछ ऐसे बदलाव हुए हैं जिसके लिए एक्सपर्ट की मदद ली जा सकती है. किसी काउंसलर या थैरेपिस्ट से मिलें. किसी अनुभवी व्यक्ति से अपने मन की बात कहना जरूरी है, जो सिर्फ आपकी बात सुनें ही नहीं, बल्कि उसका हल भी दे. इससे रिजल्ट ज्यादा बेहतर और जल्दी मिलते हैं.
सेक्सुअल बॉन्डिंग
सेक्सुअल बॉन्डिंग भी एक अच्छे रिश्ते की नींव होती है. फीमेल पार्टनर को भी इसमें एक्टिव रहने की जरूरत है. यदि यह बॉन्डिंग स्ट्रॉन्ग नहीं होती है, तो उससे भी रिश्तों में दूरियां आ जाती हैं.