Relationship Tips In Hindi: आमतौर पर इंसान पति-पत्नी और गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड के ही रिश्ते को जानते हैं. लेकिन समाज में कपल के रिश्ते को आधिकारिक तौर पर मान्यता तब मिलती है जब लड़का और लड़की की शादी हो जाए. हालांकि, इन दोनों के अलावा और भी कई तरह के रिलेशनशिप होते हैं. वहीं इन दिनों जिस तरह लोगों की जिंदगी बदल रही है उसी तरह रिश्ते भी बदल रहे है. बदलती दुनिया में रिश्ते भी कई तरीके के हो गए हैं.ऐसे में आइए जानते हैं कि लड़के और लड़कियों के बीच और कौन-कौन से रिलेशनशिप होते हैं.
डेटिंग रिलेशनशिप
डेटिंग रिलेशनशिप एक ऐसा रिलेशनशिप है, जिसमें लड़का और लड़की एक दूसरे के प्रति कमिटेड नहीं होते हैं. इस तरीके के रिलेशनशिप में लड़का और लड़की एक दूसरे को जानने और समझने की कोशिश करता है. इस दौरान रिलेशनशिप में एंजॉय करना, रोमांस करना और एक दूसरे के साथ समय बिताना लक्ष्य होता है. डेटिंग के बाद ही दोनों आपस में डिसाइड करते हैं कि रिश्ते को आगे ले जाना है या नहीं.
कमिटेड रिलेशनशिप
कमिटेड रिलेशनशिप, डेटिंग रिलेशनशिप का अगला चरण होता है. यह एक लॉन्ग टर्म रोमांटिक रिलेशनशिप होता है. इस रिश्ते में पार्टनर एक-दूसरे के साथ वफादारी की बातें करते हैं. साथ जीने और मरने की कसमें खाते हैं. इस तरीके के रिलेशनशिप में दोनों एक-दूसरे के प्रति और रिश्ते के प्रति सीरियस होते हैं.
कैजुअल रिलेशनशिप
कैजुअल रिलेशनशिप, लड़के और लड़कियों के रिश्ते का एक नया तरीका है. इस तरीके के रिश्ते में दोनों के बीच बात भी होगी, समय भी बिताएंगे और रोमांस भी होगा, लेकिन लड़का या लड़की में से कोई भी एक-दूसरे से उम्मीद नहीं करेगा. कैजुअल रिलेशनशिप की उम्र का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. यह एक सप्ताह, महीना, साल या पूरी जिंदगी भी चल सकता है. मसलन यह रिश्ता दोनों की बॉन्डिंग पर निर्भर करता है.
सिचुएशनशिप रिलेशनशिप
सिचुएशनशिप रिलेशनशिप में कमिटेड रिलेशनशिप और कैजुअल रिलेशनशिप के सारे लक्षण होते हैं. फर्क बस इतना है कि लड़का और लड़की एक-दूसरे को लेकर क्लियर नहीं रहते हैं.
एथिकल नॉन मोनोगैमी
यह अन्य रिलेशनशिप के बिल्कुल विपरीत होता है. इस तरीके के रिलेशनशिप में एक व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ पारदर्शिता, ईमानदारी और सहमति के आधार पर अन्य लोगों के साथ भी रोमांटिक और यौन संबंध बनाता है.