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Rama Ekadashi Vrat 2025 (File Image )
Rama Ekadashi Vrat 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का खास महत्व होता है. इन तिथियों पर व्रत रखने स न सिर्फ पापों से मुक्ति मिलती है बल्कि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि भी आती है. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को रमा एकादशी कहा जाता है.
इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से भी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. ऐसे में आज यानी 17 अक्टूबर 2025 को मनाया जा रहा है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से आर्थिक संकट या करियर रुकावट का सामना कर रहा है तो रमा एकादशी का व्रत उसके लिए बेहद फलदायी साबित होता है. मां लक्ष्मी की कृपा से घर में धन और सौभाग्य का वास होता है.
पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा.वहीं अमृत काल मुहूर्त सुबह 11 बजकर 26 मिनट से दोपहर 01 बजकर 07 मिनट तक रहेगा . इसके अवाला पारण का समय 18 अक्टूबर 2025 सुबह 06 बजकर 24 मिनट से 08 बजकर 41 मिनट तक रहेगा.
रमा एकादशी पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और सवच्छ कपड़े पहनें.
- पूजा स्थान को साफ करें और भगवान विष्णु तथा मां लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें.
- जल, चावल , फूल, तुलसी पत्र और दीपक से पूजा आरंभ करें.
- भगवान विष्णु को तुलसी दल और पीले फूल चढ़ाएं और मां लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पित करें.
- मां लक्ष्मी से धन, सुख और समृद्धि की प्रार्थना करें.
- दिनभर व्रत रखें फलाहार करें या निर्जला व्रत का पालन करें.
रमा एकादशी का धार्मिक महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रमा एकादशी के दिन व्रत रखने से व्यक्ति के सारे पाप दूर हो जाते हैं. यह व्रत मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त करने और आर्थिक स्थिरता पाने का सर्वोत्तम उपाय माना गया है . रमा एकदाशी को व्रत रखने वाला व्यक्ति जीवन में धन-संपत्ति और सुख-शांति का अनुभव करता है.
रमा एकादशी व्रत का फल
रमा एकादशी व्रत करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस व्रत से घर की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है पारिवारिक तनाव कम होते हैं और व्यक्ति के मन को शांति भी मिलती है.
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