अक्सर कहा जाता है कि रिश्ते में आप जितना ज्यादा वक्त साथ में बिताएंगे आपका रिश्ता उतना ही मजबूत बनेगा. लेकिन असर में हर रिश्ते में थोड़ा स्पेस होना जरूरी है. चाहे वो दोस्ती का रिश्ता है, प्यार हो या फिर फैमिली बॉन्ड ही क्यों ना हो. हाल ही में बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल ने अपने पति परुपल्ली कश्यप से डिवार्स के पब्लिक अनाउंसमेंट की थी, लेकिन उसके 19 दिन बाद वो दोनों एक दूसरे के साथ फिर से आ गए है. आइए आपको रिलेशनशिप के बारे में बताते हैं.
सायना का पोस्ट
दरअसल, सायना ने एक प्यारी सी फोटो शेयर की थी और उसपर लिखा था- “Sometimes distance teaches you the value of presence. Here we are—trying again. ” इसके बाद मन में एक सवाल आता है कि क्या वाकई रिश्तों में दूरी जरूरी होती है. एक्सपर्ट के मुताबिक, रिलेशनशिप में दोनों पार्टनर इमोशनली सिक्योर हैं, तो थोड़ी दूरी उनके प्यार को और गहरा कर सकती है. जब दो लोग कुछ वक्त के लिऐए अलग होते हैं तो वो एक-दूसरे की वैल्यू को अच्छे से समझ पाते हैं.
रिश्ते को मजबूत बनाएं
बता दें कि रिश्ते में जितना ज्यादा टाइम साथ बिताएं, उतने मजबूत बनते हैं, लेकिन असल में हर रिश्ते में थोड़ा स्पेस होना भी जरूरी है. थोड़ी दूरी रिश्तों को तोड़ती नहीं है बल्कि उन्हें और मजबूत बनाती है. वहीं जब कोई इंसान हर वक्त हमारे साथ होता है, तो हम उसकी मौजूदगी को हल्के में लेने लगते हैं. लेकिन जब दूरी आती है, तब समझ आता है कि वो इंसान कितना जरूरी था.
खुद के लिए टाइम
रिश्ते में हर किसी को खुद के लिए टाइम चाहिए होता है. थोड़ी दूरी हमें सोचने, खुद को बेहतक समझने और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का मौका देती है. वहीं दूरी का मतलब ये नहीं है कि प्यार कम हो गया है, बल्कि ये भरोसे की परीक्षा होती है.
पर्सनल ग्रोथ
हर इंसान की अलग ज़िंदगी, करियर और ख्वाब होते हैं. दूरी उस ग्रोथ का हिस्सा है, जहां दोनों पार्टनर अपनी-अपनी दुनिया में बेहतर बनने की कोशिश करते हैं. जब आप किसी से कुछ वक्त के लिए दूर रहते हैं और फिर मिलते हैं, तो वो मिलना सिर्फ फिजिकल नहीं होता – वो दिल से मिलने का अनुभव बन जाता है. साथ बिताए हर पल की अहमियत और बढ़ जाती है.