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रीति-रिवाज Photograph: (Freepik (AI))
आज 21वीं सदी के दौर में भी कई जगह ऐसे रीति-रिवाज सुनने में मिलते है. जिसे सुनने के बाद आपका दिमाग घुम जाएगा. ये रिवाज सुनने में जितने अजीब हैं, उतने ही निभाने में भी. इसके बावजूद लोग अपने बुजुर्गों द्वारा अपनाई गई परंपराओं को मानते हैं और इन्हें पूरा करते हैं. दुनिया में हर जगह अलग और अजीब रीति-रिवाज देखने को मिलते है. जिसे सुनने के बाद आपको भरोसा भी नहीं होगा. तो कई सुनने में इतने अजीब की सुनते ही उल्टी हो जाएगी.
अजीब रिवाज
ऐसा ही एक रिवाज द्वीपीय देश पापुआ, न्यू गिनी में निभाया जाता है, जिसे सुनकर आपको या तो शर्म आएगी या फिर आप इस रिवाज को सुनकर उल्टी करने लगेंगे. यह रिवाज यहां की सांबिया जनजाति से जुड़ा है. सांबिया जनजाति में जब कोई लड़का सात साल का होता है तो उसे अपने से बड़े पुरुषों का वीर्य यानी की सीमेन पीना होता है. माना जाता है कि वीर्य पीने से उसमें योद्धा के गुण आते हैं और उनका शरीर लोहे जैसा हो जाता है.
महिलाओं से दूर
सांबिया जनजाति में जब कोई लड़का सात साल का होता है तो उसे इस रिवाज का पालन करना होता है. सात साल का होते ही यहां लड़कों को महिलाओं की मौजूदगी से दूर कर दिया जाता है. माना जाता है कि महिलाएं पुरुषों के लिए खतरनाक हो सकती हैं.
ओरल पेनीट्रेशन
इस जनजाति के बच्चों को पुरुषों के पास रखा जाता है. इस दौरान उन्हें अपने से बड़े पुरुषों का वीर्य पीना होता है. यह प्रक्रिया सात वर्ष की उम्र से शुरू होती है और अगले 10 साल तक चलती है. इन 10 सालों में वे अपने से बड़े उम्र के पुरुष का वीर्य पीते हैं. जब तक बच्चे मैनहुड (मर्दानगी) की अवस्था को नहीं पा लेते, उन्हें ऐसा करना पड़ता है. या तो वे ओरल पेनीट्रेशन के जरिए या पुरुषों द्वारा इकट्ठा किए गए वीर्य को पीते हैं.
बेहतरीन योद्धा
यह रिवाज सुनने और करने में अजीब है, लेकिन ऐसा अनिवार्य होता है. सांबिया जनजाति में माना जाता है कि जो बच्चा, जितनी ज्यादा मात्रा में पुरुष के वीर्य का सेवन करेगा, वह उतना ही बेहतरीन योद्धा बनेगा. मान्यता है कि अपने से बड़े पुरुष के शुक्राणु उनमें योद्धा के गुण विकसित करते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.