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प्रदूषण से हो रही सांस से जुड़ी कई परेशानी! इन योगों से मिली राहत...

प्राणायाम और योग की मदद से आप खुद को वायु प्रदूषण की चपेट में आने से बचा सकते हैं. दरअसल योग से शरीर की नाड़ियां शुद्ध होती हैं और विषैले पदार्थ शरीर से बाहर निकलते हैं.

Updated on: 05 Nov 2023, 04:39 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली-NCR की हवाओं में घुलता जहर सांस लेना मुश्किल कर रहा है. गले में खराश, खांसी, आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी लोगों में अभी से नजर आने लगी है. हालांकि असली समस्या तो दिवाली बाद शुरू होगी, जब हवा में प्रदूषण का स्तर कई गुना ज्यादा बढ़ जाएगा. हालांकि इससे बचाव के लिए लोग तरह-तरह के प्रयास कर रहे हैं, कोई घरों में एयर प्यूरीफायर लगा रहा है, तो कोई फल-सब्जियों का सेवन कर रहा है. मगर सवाल है कि आखिर लगातार बढ़ते प्रदूषण से बचने का, क्या है कारगर उपाय...

जवाब है योग... जी हां, प्राणायाम और योग की मदद से आप खुद को वायु प्रदूषण की चपेट में आने से बचा सकते हैं. दरअसल योग से शरीर की नाड़ियां शुद्ध होती हैं और विषैले पदार्थ शरीर से बाहर निकलते हैं. इससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है, जो हमारी प्रति प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिसका सीधा असर हमारे सेहत पर पड़ता है. इसलिए आइये जानें कि हमें कौन से योग और प्राणायाम करने चाहिए, ताकि हम वायु प्रदूषण से खुद को बचा सकें...

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1. भस्त्रिका प्राणायाम

फेफड़ों में खून का संचार, मजबूती, क्षमता में बढ़ोतरी करने वाला ये आसान काफी ज्यादा कारगर है. दरअसल प्रदूषण के दौर में जरूरी है कि, हम हानिकारक प्रभावों से न सिर्फ लड़ें, बल्कि इससे हमारे शरीर पर होने वाले तमाम नुकसानों को भई रोकें. इसके लिए भस्त्रिका प्राणायाम काफी ज्यादा मददगार है. इससे न सिर्फ फेफड़ों में खून का संचार होता है, बल्कि प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से लड़ने के लिए फेफड़ों की क्षमता भी बढ़ती है. न सिर्फ इतना, बल्कि ये सांस की गति और गहराई में बढ़ोतरी करता है, जो सीधे-सीधे तौर पर शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाता है. 

2. कपालभाति प्राणायाम

रोजाना कपालभाति करने से  आप अपने आप को वायु प्रदूषण से बचा सकते हैं. ये योग आपकी शरीर को बेहतर ढंग से ऑक्सीजन लेने में मदद करता है. साथ ही इससे फेफड़ों की क्षमता भी बढ़ती है, साथ ही फेफड़ों में मजबूती बनी रहती है. गौरतलब है कि, दैनिक तौर पर कपालभाति करना फेफड़ों की कार्यक्षमता में भी काफी हद तक सुधार करता है. साथ ही आपकी सांस से संबंधी समस्याएं भी दूर हो जाती है. 

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