World Oral Health Day 2024: क्या है इसका इतिहास और महत्व
ओरल हेल्थ अच्छी सेहत के लिए महत्वपूर्ण हैं. ये हमारी जीवन को बहेतर बनाने में सहायक है. इसलिए अच्छी ओरल हेल्थ से जुड़ी जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 20 मार्च को विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस (World Oral Health Day) मनाया जाता है.
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World Oral Health Day 2024: ओरल हेल्थ अच्छी सेहत के लिए महत्वपूर्ण हैं. ये हमारी जीवन को बहेतर बनाने में सहायक है. इसलिए अच्छी ओरल हेल्थ से जुड़ी जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 20 मार्च को विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस (World Oral Health Day) मनाया जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि, प्रतिदिन अपने दांत ब्रश करना और ओरल हेल्थ मेंटेन करना न सिर्फ आपको मसूड़ों की बीमारियों से सुरक्षित रखता है, बल्कि हृदय रोग और मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचाता है.
WHO के अनुसार, ओरल बीमारियां दुनिया भर में 3.5 अरब लोगों को प्रभावित करते हैं. इनसे दर्द, असुविधा, विकृति और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है. मगर ध्यान रहे कि इन बीमारियों का बचाव संभव है. ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज 2019 के अनुसार, स्थायी दांतों में दांतों की सड़न सबसे आम हेल्थ कंडीशन है. चीनी का सेवन, तम्बाकू का उपयोग, शराब का उपयोग और खराब स्वच्छता, लोगों में खराब डेंटल हेल्थ के कारणों में से एक हैं.
World Oral Health Day की तारीख
World Oral Health Day is हर साल 20 मार्च को मौखिक स्वास्थ्य और समग्र स्वास्थ्य के साथ इसके जटिल संबंध के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है.
World Oral Health Day का इतिहास
विश्व ओरल हेल्थ दिवस पहली बार 12 सितंबर 2007 को FDI संस्थापक डॉ. चार्ल्स गोडन के जन्मदिन पर मनाया गया था. मौखिक स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने के लिए एफडीआई वर्ल्ड डेंटल फेडरेशन द्वारा इसका आयोजन किया गया था. हालांकि, 2013 में, एफडीआई ने अन्य इवेंट्स के साथ टकराव से बचने के लिए तारीख को आगे बढ़ाकर 20 मार्च करने का फैसला किया. इसलिए पिछले एक दशक से, दुनिया भर में मौखिक स्वास्थ्य शिक्षा, रोकथाम और वकालत को बढ़ावा देने के लिए 20 मार्च को यह दिन मनाया जा रहा है.
World Oral Health Day का महत्व
मौखिक रोगों से आसानी से बचा जा सकता है, फिर भी जागरूकता की कमी के कारण लोग विभिन्न प्रकार की दंत समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं, जैसे दंत क्षय, पेरियोडोंटल (मसूड़े) रोग, एडेंटुलिज्म (दांतों का पूर्ण नुकसान), मौखिक कैंसर, ओरो-डेंटल आघात, नोमा आदि. सामान्य जोखिम कारकों पर ध्यान देकर और जागरूकता फैलाकर मौखिक रोगों को कम किया जा सकता है. तंबाकू का सेवन बंद करने, शराब, चीनी का सेवन कम करने और संतुलित आहार लेने से इनमें से कई समस्याओं को रोका जा सकता है. दांतों को दो बार ब्रश करने से भी मदद मिल सकती है.
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