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कार्बन फुटप्रिंट( Photo Credit : File Photo)
प्राकृतिक संसाधनों का दोहन... साल 2050 तक पृथ्वी पर रहना दूभर कर देंगे! आंकड़े इसकी गवाही देते हैं. दरअसल हर बीतते दिन के साथ प्रकृति पर औद्योगीकरण का दौर हावी हो रहा है, जिसका नतीजा काफी भयानक है. हर दिन पेड़ों की अंधाधुंध कटाई और प्रदूषण से हवाओं में घुलता जहर, इकोसिस्टम को हर मिनट जख्मी कर रहा है. अगर यही नौबत रही, तो हम चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, इन नकारात्मक बदलवों से खुद को बचा नहीं पाएंगे. हालांकि पिछले कुछ सालों में हमने पर्यावरण की जरूरत को समझना शुरू किया है, लेकिन क्या इतना प्रयास काफी है?... ऐसे में हमें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी, इसलिए आइये आज हम जानेंगे एक ऐसी तरकीब के बारे में जिससे आप पर्यावरण का बचाव कर सकते हैं...
बता दें कि ये तरकीब है कार्बन फुटप्रिंट की, अब सवाल है कि आखिर क्या है ये कार्बन फुटप्रिंट? तो बता दें कि दरअसल कार्बन फुटप्रिंट का मतलब है प्रति व्यक्ति द्वारा वातावरण में जाने वाला कार्बन, जो पर्यावरण को प्रदूषित करने का एक मुख्य कारण है. इसलिए ये समझना भी लाजमी है कि आखिर इसे कम करके पर्यावरण को कैसे बचाया जा सकता है...
कैसे कम कर सकते हैं?
-कहीं बाहर जा रहे हैं? याद रहे घर से पानी की बोतल लेकर जाएं, क्योंकि अगर बाहर से पानी की बोतलें खरीदेंगे, तो इसका सीधा नुकसान पर्यावरण को होगा. न सिर्फ इतना, बल्कि ये सेहत और आर्थिक रूप से भी नुकसानदायक ही है.
-कहीं बाहर जाएं तो, चाय-कॉफी को प्लास्टिक कप की जगह आप चीनी मिट्टी या शीशे के कप में पीएं. वहीं कोशिश करें कि प्लास्टिक के डिब्बों या बर्तनों में गर्म चीजों का उपयोग न हो.
-बाहर न खाएं... बल्कि घर में ही स्नैक्स और खाने की सामग्री तैयार करें, क्योंकि इससे आप एक्स्ट्रा प्लास्टिक पैकेजिंग का यूज कम कर सकते हैं, साथ ही घर का खाना सेहत के लिहाज से भी काफी ज्यादा सही होता है. वहीं अगर खाने के लिए बाहर जा भी रहे हैं तो रीजूयजेबल बॉक्स साथ लेकर जाएं, ताकि प्लास्टिक थैले और डिस्पोजेबल कंटेनर्स का उपयोग कम किया जा सके.
-घर के गीले कचरे का इस्तेमाल खाद बनाने के लिए किया जा सकता है, ऐसे में सड़ी और बेकार होने वाली सब्जियों को बाहर की तरफ एक गड्ढा बनाकर डाल दें, ताकि ये कुछ दिनों में खाद बनकर तैयार हो जाएगा. वहीं घर में एक नीम या बांस का पौधा भी लगाएं, जिससे रोजाना दातुन करें. क्योंकि केमिकल वाले ब्रश व टूथपेस्ट आपके और पर्यावरण दोनों के लिए नुकसानदायक है.
Source : News Nation Bureau