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आ रही हैं सर्दियां, अपनाएं ये प्राणायाम तो रहेंगे स्वस्थ

मौसम बदलने से सांस और कफ के रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है. हम अब आपको ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं, जिसके लिए न तो आपको कोई पैसा खर्च करना है, ना ही कोई साइड इफेक्ट है.

Updated on: 19 Oct 2021, 04:42 PM

highlights

  • बदलते मौसम में कई फायदे देता है यह प्राणायाम
  • बिना किसी खर्च के कर सकते हैं सर्दी से बचाव
  • प्राणायाम के समय कुछ चीजों का रखें ध्यान

नई दिल्ली :

मौसम तेजी से बदल रहा है. बारिश और बढ़ती सर्दी के कारण लोगों की तबीयत खराब हो रही है. ऐसे में लोग सर्दी से बचने के लिए तमाम तरह के उपाय कर रहे हैं. मौसम बदलने से सांस और कफ के रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है. इससे बचने के लिए लोग तमाम तरह की दवाईयां खाते हैं लेकिन ऐलोपैथी दवाओं के तमाम साइड इफेक्ट हो सकते हैं. कई लोग को घर में दुबकने लगे हैं लेकिन समस्या है कि जरूरी काम हो तो घर से बाहर निकलना  ही पड़ता है. आप जो उपाय अपना रहे हैं, वो तो करते रहे लेकिन हम अब आपको ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं, जिसके लिए न तो आपको कोई पैसा खर्च करना है, ना ही कोई साइड इफेक्ट है. ये है सूर्य भेदन प्राणायाम. 

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योगाचार्य बबिता मौर्य बताती हैं कि बदलते मौसम में सूर्य भेदन प्राणायाम बहुत लाभकारी है. ये शरीर के अंदर गर्मी उत्पन्न करता है. सर्दी में अगर इसका अभ्यास रोज किया जाए तो कफ, खांसी, दमा, साइनस जैसी समस्याओं में बहुत लाभ मिलता है. यह नहीं, लंग की प्रॉबल्म्स, हृदय रोग और पाइल्स में भी सूर्य भेदन प्राणायाम लाभकारी होता है. इसे किसी भी समय कर सकते हैं लेकिन सुबह-सुबह का समय सबसे अच्छा होता है. 

ऐसे करें प्राणायामः एक आसन या चादर बिछाकर शांत होकर सुखासन या पदमासन में बैठ जाएं. ध्यान रखें की आसपास शोर न हो. दाएं हाथ की पहली दो अंगुलियां (तर्जनी और मध्यमा) हथेली से लगा लें. शेष दो अंगुलियों से अपने नाक के बाएं नथुने को बंद कर लें और दाएं नथुने से गहरी सांस लें. इसके बाद अंगुठे से दाएं नथुने को बंद कर लें. इसके बाद कुछ सेकेंड रुककर अंगूठा नाक पर से हटा दें और दाएं नथुने से ही सांस छोड़ दें. फिर दोबारा दाएं नथुने से ही सांस लें और कुछ सेकेंड अंगूठे से दबाकर फिर छोड़ दें. यही प्रक्रिया कम से कम 21 बार रोज करें. ध्यान रहे, प्राणायाम करते समय रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी रहे. यह प्राणायाम रोज करने से सर्दी से जबर्दस्त बचाव होगा. यह प्राणायाम शरीर के अंदर गर्मी पैदा करता है.