Indian Tradition: शादी में दूल्हा क्यों मारता है तोरण? जानें क्या है धार्मिक मान्यता

Indian Tradition: शादी में तोरण मरना एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जिसमें दूल या दुल्हन को शादी के दिन घर के द्वार पर तोरण बांधकर उसे काटने का रिटुअल होता है.

Indian Tradition: शादी में तोरण मरना एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जिसमें दूल या दुल्हन को शादी के दिन घर के द्वार पर तोरण बांधकर उसे काटने का रिटुअल होता है.

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Dheeraj Sharma
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Indian Tradition

Indian Tradition( Photo Credit : News Nation)

Indian Tradition: शादी में तोरण मरना एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जिसमें दूल या दुल्हन को शादी के दिन घर के द्वार पर तोरण बांधकर उसे काटने का रिटुअल होता है. यह एक सांस्कृतिक अभिष्ट है जो खुशियों और समृद्धि की प्रार्थना का प्रतीक होता है. हिंदू धर्म में शादी एक महत्वपूर्ण संस्कार है और इसमें कई रीति-रिवाजों का पालन किया जाता है. इन रीति-रिवाजों में से एक है तोरण मारना. तोरण मारने की रस्म में दूल्हा घोड़े पर बैठकर दुल्हन के घर पहुंचता है और वहां द्वार पर लगे तोरण को तलवार या लाठी से मारता है.

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तोरण मारने के पीछे कई धार्मिक और सांस्कृतिक कारण हैं

 बुरी आत्माओं को दूर भगाना

तोरण को बुरी आत्माओं का प्रतीक माना जाता है. दूल्हा तोरण को मारकर बुरी आत्माओं को दूर भगाता है और दुल्हन को उनकी सुरक्षा प्रदान करता है.

नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना

तोरण को नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक भी माना जाता है. दूल्हा तोरण को मारकर नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह स्थापित करता है.

प्रतीकात्मक लड़ाई

तोरण मारने की रस्म को एक प्रतीकात्मक लड़ाई के रूप में भी देखा जाता है. दूल्हा तोरण को मारकर अपनी शक्ति और साहस का प्रदर्शन करता है और यह दर्शाता है कि वह अपनी दुल्हन की रक्षा करने के लिए तैयार है.

 नया जीवन शुरू करना

तोरण मारने की रस्म का मतलब यह भी है कि दूल्हा और दुल्हन अब अपना नया जीवन शुरू करने के लिए तैयार हैं.

 सांस्कृतिक परंपरा

तोरण मारने की रस्म हिंदू धर्म में एक प्राचीन सांस्कृतिक परंपरा है. यह रस्म पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है और इसका पालन किया जाता है.

तोरण मारने के कुछ अन्य कारण भी हैं

तोरण को दुल्हन के घर की रक्षा करने वाला माना जाता है. दूल्हा तोरण को मारकर यह दर्शाता है कि वह अब दुल्हन के घर की रक्षा करने की जिम्मेदारी ले रहा है.
तोरण को दुल्हन के पिता के आशीर्वाद का प्रतीक भी माना जाता है. दूल्हा तोरण को मारकर दुल्हन के पिता से आशीर्वाद प्राप्त करता है.
तोरण मारने की रस्म हिंदू शादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह रस्म कई धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं से जुड़ी हुई है.

अन्य जानकारी

तोरण को आम, केले, और फूलों से बनाया जाता है.
तोरण को दुल्हन के घर के द्वार पर लटकाया जाता है.
दूल्हा घोड़े पर बैठकर तोरण को मारता है.
दूल्हा तोरण को मारने के बाद दुल्हन के घर में प्रवेश करता है.
तोरण मारने की रस्म एक रंगीन और रोमांचक रस्म है जो शादी के उत्सव को और भी खास बनाती है.

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Source : News Nation Bureau

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