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sexworker( Photo Credit : social media)
रेड लाइट एरिया एक ऐसा इलाका होता है, जहां वेश्यावृत्ति खुलेआम होती है. इन इलाकों को अक्सर लाल बत्ती से चिन्हित किया जाता है, जिसके कारण इनका नाम रेड लाइट एरिया पड़ा है. रेड लाइट एरिया में वेश्यालय, देह व्यापार करने वाली महिलाओं के घर, और वेश्यावृत्ति से जुड़े अन्य व्यवसाय होते हैं. गौरतलब है कि, न सिर्फ भारत बल्कि दुनियाभर के तमाम देशों में रेड लाइट एरिया एक जटिल रहा है. इसके मुख्यतौर पर नकारात्मक और सकारात्मक दोनों प्रभाव होते हैं. दो गुटों में बंटे लोग इसे बंद करने या वैध करार देने से जुड़े तमाम तर्क पेश करते हैं.. हालांकि इस खबर में हम रेड लाइट एरिया में जाने से पूर्व बरती जाने वाली सावधानियों पर चर्चा करेंगे...
इन बातों का रखें खास ख्याल...
1. सुरक्षा: रेड लाइट एरिया में जाते समय सुरक्षा का ध्यान रखें. अपनी सुरक्षा के लिए वाहनों का प्रयोग करें और अनावश्यक खतरनाक क्षेत्रों से दूर रहें.
2. अपने सामग्री का संरक्षण करें: अपने सामग्री को सुरक्षित रखें और उसका संरक्षण करें. आपके साथ किसी भी विशेषज्ञ या सामान्य चोरी या हमले के खतरे को समझें.
3. स्थानीय नियमों का पालन करें: रेड लाइट एरिया में जाते समय स्थानीय सूचना और नियमों का पालन करें. अधिकारिक अनुदेशों और संयम के लिए तत्पर रहें.
4. मानव अधिकार का पालन करें: रेड लाइट एरिया में जाते समय अन्य लोगों के साथ नम्र और सही संवाद बनाए रखें. किसी भी प्रकार की अवमानना या दुर्व्यवहार से बचें.
5. पर्यावरण का समर्थन करें: रेड लाइट एरिया में जाते समय पर्यावरण का समर्थन करें. अपनी गाड़ी को स्थानीय प्रदूषण नियमों का पालन करते हुए चलाएं और पर्यावरण को हानि पहुंचाने वाले क्रियाओं से बचें.
6. सावधानी: रेड लाइट एरिया में जाते समय सड़कों पर सावधानी से चलें. अपनी गति को कम करें और आस-पास के वाहनों और पदाच्छादितों का ध्यान रखें.
ये जानकारी भी जरूरी...
गौरतलब है कि, कानूनी नजरिये से रेड लाइट एरिया की स्थिति देश-दुनिया में अलग-अलग है. जहां कुछ देश ऐसे हैं, जहां वेश्यावृत्ति पूरी तरह से अवैध है, जबकि कुछ देशों में इसे कुछ शर्तों के साथ अनुमति दी जाती है. हालांकि सार्वजनिक तौर पर इसे महिलाओं के शोषण के तौर पर देखा जाता है, जो अक्सर उन्हें हिंसा और उत्पीड़न का शिकार बनाता है. न सिर्फ इतना, बल्कि इससे मानव तस्करी और स्वास्थ्य जोखिम, जैसे यौन संचारित रोगों (एसटीडी) समते अन्य बीमारियों को बढ़ावा मिलता है.
Source : News Nation Bureau