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मां बाप की ये गलतियां बच्चों को बचपन में ही देती हैं तोड़, जानें अपने बच्चे का हाल

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर माता-पिता सही स्‍ट्रेटेजी के साथ बच्‍चों की परवरिश करें तो इससे बच्‍चे खुद पर भरोसा करना सीखते हैं और उनका परफॉर्मेंस खुद ब खुद अच्‍छा हो जाता है.

Updated on: 06 Apr 2022, 07:27 PM

New Delhi:

हर मां बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा आगे बढ़े, उसे अच्छी आदतें लगे, जिंदगी के हर पड़ाव पर वो आगे रहे. इन सब खरे उतरने का कॉन्फिडेंस भी उसे उसके मां बाप से ही मिलता है. बचे को आत्मविश्वास हर काम करने का उसके माँ बाप, परिवार से मिलता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर माता-पिता सही स्‍ट्रेटेजी के साथ बच्‍चों की परवरिश करें तो इससे बच्‍चे खुद पर भरोसा करना सीखते हैं और उनका परफॉर्मेंस खुद ब खुद अच्‍छा हो जाता है. लेकिन आज कल की बिजी लाइफस्टाइल में पेरेंट्स का स्व्भाव बचे के प्रति मिला जुला रहता है. जिसकी वजहस इ बच्चा भी डरा सेहमा रहता है या चुप रहता है. तो आइए बताते हैं कि पेरेंट्स की किन ग‍लतियों (Parenting Mistakes) की वजह से बच्‍चों का आत्‍मविश्‍वास कम हो जाता है.

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रिस्‍पॉसिबिलिटी से दूर रखना

कई माता-पिता बच्‍चों को घर के किसी भी काम में इनवॉल्‍व नहीं कराते. जिस वजह से उन्‍हें हर वक्‍त दूसरों पर निर्भर रहने की आदत हो जाती है. ऐसे में घर के काम मसलन, कपड़े समेटना, घर सजाना, डस्टिंग, अपने खिलोने खुद उठा कर रखना, गमलों में पानी आदि देने में उनकी मदद लें.

गलती करने से रोकना

बच्‍चे गलतियों से ही सबसे समझते है. ऐसे में कई पेरेंट्स उन्‍हें काम नहीं करने देते कि वे गलती करेंगे और काम खराब हो जाएगा. लेकिन ऐसा करने से बच्चा आलस में आजाता है. 

खुद के इमोशन से प्रोटेक्‍ट करना

अगर बच्‍चा रोता है या गुस्‍सा करता है तो पेरेंट्स उसे शां‍त कराते हैं. इसलिए जब भी आपका बचा रोये उसे समझाएं उसे हर गलत इमोशंस से बाहर निकलना सिखाएं. उसके इमोशंस को समझें. 

बच्‍चों को विक्टिम ना महसूस कराएं

कई पेरेंट्स बच्‍चों को सिखाते हैं कि वे महंगी किताबें या जूते नहीं खरीद सकते क्‍योंकि हम उनसे गरीब हैं. या हर बार बचे को न डांटे. उसे प्यार से समझाएं. उसे अच्छी आदतें सिखाएं. 

दूसरों से तुलना करना

कई माता पिता बचपन में ही अपने बच्चे की तुलना दूसरे से करने लगते हैं. ऐसा बिलकुल न करें. बल्कि दूसरे तरीके से उसे समझाएं. उसे कभी भी नीचे न महसूस कराएं. उसे बैठा कर या खिला कर या खेल खेल में सीखाएं कि जिंदगी में आगे कैसे बढ़ना है. 

बच्चों को पीटना

कई बार पैरेंट्स बच्चों को समझाने की बजाय मारने लगते हैं. अकसर पति पत्नी के झगड़े में बचे को तकलीफ झेलनी पड़ती है. दोनों का गुस्सा बच्चे पर निकल जाता है. लेकिन ये करना गलत है. अगर उससे गलती होती है तो वह आपको बताने से डरता है. ऐसे में कई लोग उसे ब्‍लैक मेल करने लगते हैं. इसलिए अपने बच्चे से प्यार से पेश आएं. उसे डरा कर न कोई बात पूछे बल्कि उसे समझा कर अच्छे से बातें बताएं. 

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