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international-stuttering-awareness-day( Photo Credit : social media)
World Stuttering Awareness Day 2023: दुनियाभर में करीब 1.5% लोग हकलाहट का शिकार हैं. इस वजह से उन्हें कई तरह की मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हम अक्सर अपने आसपास ऐसे लोगों को देखते हैं, मगर कभी उनपर ध्यान नहीं देते. इसी को ध्यान में रखते हुए, हर साल आज यानि 22 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय हकलाना जागरूकता दिवस (इंटरनेशनल स्टमरिंग अवरनेस डे) मनाया जाता है. इस खास दिन का मकसद दुनियाभर में लोगों के बीच हकलाहट की समस्या से परेशान लोगों की मदद करना और उनकी तमाम समस्याओं के प्रति जागरूकता फैलाना है...
अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस का इतिहास ( History of International Stuttering Awareness Day)
इस बेहद ही खास और अनोखे दिन को मनाने की शुरुआत साल 1998 से हुई, जब अंतरराष्ट्रीय स्टटरिंग एसोसिएशन (International Stuttering Association), इंटरनेशनल फलूएन्सी एसोसिएशन (International Fluency Association) और यूरोपियन लीग ऑफ़ स्टटरिंग एसोसिएशन (European League of Stuttering Associations) द्वारा हकलाहट की समस्या को सीरियस सामाजिक चिंता का मुद्दा करार दिया गया.
उस दौर में हकलाहट की समस्या से जूझ रहे लोगों को काफी ज्यादा परेशान किया जाता था, जिसके मद्देनजर इस अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस को वैश्विक तौर पर मनाने का फैसला किया है.
अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस का महत्व (international stuttering awareness day significance)
हम अक्सर अपने आसपास ऐसे लोगों को देखते हैं, जो हकलाहट की परेशानी से जूझ रहे होते हैं. कई लोग बिना सोचे-समझे ऐसे लोगों को मजाक भी बनाते हैं, मगर ये बिल्कुल गलत है. हमारा या आपका एक मजाक इस तरह के लोगों पर दिमागी असर डालता है. ऐसे में इसके प्रति हमें जागरूक और शिक्षित करने के लिए ही इंटरनेशनल स्टमरिंग अवरनेस डे मनाया जाता है. ताकि हकलाहट से जूझ रहे लोगों का कॉन्फिडेंस उन्हें दोबारा लौटाया जा सके. साथ ही तमाम तरह के आयोजन भी किए जाते हैं, ताकि ऐसे लोगों को ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट किया जा सके.
Source : News Nation Bureau
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