अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष दिवस 2024: जानें इसकी तिथि, इतिहास और महत्व

इस दिन को अनेकों आयोजनों और समारोहों के रूप में मनाया जाता है जिनमें सैनिकों की वीरता को सलामी दी जाती है और उनके साहसिक कार्यों की प्रशंसा की जाती है.

इस दिन को अनेकों आयोजनों और समारोहों के रूप में मनाया जाता है जिनमें सैनिकों की वीरता को सलामी दी जाती है और उनके साहसिक कार्यों की प्रशंसा की जाती है.

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Vikash Gupta
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ARMY

ARMY ( Photo Credit : NEWS NATION)

अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष 6 फरवरी को किया जाता है. यह दिन उन बहादुर योद्धाओं की याद में मनाया जाता है जो नागरिकों की सुरक्षा और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देते हैं. इस दिन को विश्वभर में महत्वपूर्ण घटनाओं और समारोहों के साथ मनाया जाता है, जो योद्धाओं के साहस और पराक्रम को सलामी देते हैं. यह दिन विश्व भर में उन वीर योद्धाओं को समर्पित है जो नागरिकों की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान करते हैं. अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष दिवस का इतिहास विश्व युद्धों के शौर्य और पराक्रम को समर्पित है. इस दिन को भारतीय सेना के उपासक और वीर सपूतों के सम्मान में भारत में भी मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष दिवस का महत्व यह है कि यह हमें उन वीर योद्धाओं की याद दिलाता है जो अपने देश की सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए अपने जीवन की बलिदान करते हैं. इस दिन को अनेकों आयोजनों और समारोहों के रूप में मनाया जाता है जिनमें सैनिकों की वीरता को सलामी दी जाती है और उनके साहसिक कार्यों की प्रशंसा की जाती है.

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अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष दिवस का प्रारंभ भारत में हुआ था, जहां इसे भारतीय सेना के वीर सपूतों की याद में मनाया जाता है. इस दिन को भारतीय सेना के सैनिकों को समर्पित किया जाता है, जो देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाते हैं। यह दिन उनके बलिदान को समर्पित है और उनके साहसिक कार्यों की प्रशंसा के लिए आयोजित समारोहों का भी पार्ट बनता है.

भारतीय सेना, भारतीय रक्षा बलों में से एक है जो भारतीय रक्षा की प्रमुख शाखाओं में से एक है. यह भारतीय सरकार के अधीन है और देश की सुरक्षा और सौरभ रक्षा के लिए जिम्मेदार है. भारतीय सेना विभिन्न प्रकार की सेनाओं, संगठनों और इकाइयों से मिलकर बनी है, जिनमें भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, और भारतीय नौसेना शामिल हैं. इन सभी शाखाओं का मुख्य उद्देश्य देश की सुरक्षा और रक्षा करना है.

भारतीय सेना की स्थापना 15 अगस्त 1947 को हुई थी, जब भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की. सेना का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है और इसका वर्तमान मुख्य सेनापति जनरल मनोज पांडे हैं. भारतीय सेना के सैनिकों की साहसिकता, निष्ठा, और पराक्रम देश की सेना को विश्व में मान्यता प्रदान करते हैं.

भारतीय सेना का मुख्य कार्य क्षेत्र भारत की सीमाओं की सुरक्षा है, लेकिन यह अपने संदीप्त विजयों के लिए भी प्रसिद्ध है. इसके अलावा, यह आपदा प्रबंधन और अंतर्राष्ट्रीय युद्ध निरंतरता में भी सक्रिय भूमिका निभाती है. भारतीय सेना दुनिया भर में अपने शांति और अमन से सम्बंधित अनेक क्षेत्रों में योगदान करती है.

Source : News Nation Bureau

International Day of Conflict 2024
      
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