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घर बैठे कंट्रोल करें डायबिटीज, जानें घरेलू इलाज

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में आपका खानपान और लाइफस्टाइल आपकी सेहत पर असर डालता है, जिसकी वजह से डायबीटीज के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. तो वहीं, डायबीटीज के मरीज युवा भी हो रहे हैं

Updated on: 23 Feb 2021, 11:11 AM

highlights

  • ड्रमस्टिक (अमलतास) की कुछ पत्तियां धोकर उनका रस निकालें.
  • नीम इन्सुलिन संग्राहक संवेदनशीलता को बढ़ाता है.
  • रक्त वाहिकाओं को प्रसारित करके रक्त परिसंचरण में सुधार लाता है.

नई दिल्ली:

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में आपका खानपान और लाइफस्टाइल आपकी सेहत पर असर डालता है, जिसकी वजह से डायबीटीज के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. तो वहीं, डायबीटीज के मरीज युवा भी हो रहे हैं. इस बीमारी की वजह से  व्यक्ति लगातार परेशान रहता हैं, टेंशन में रहता है और उसे अपना शुगर लेवल की जांच करानी पड़ती है. साथ ही उसे कंट्रोल में रखना पड़ता है. तो चलिए आपको आज हम आपको लिए कुछ घरेलू इलाज के बारे में बताएंगे, जिससे आपको काफी फायदा मिल सकता है और आप आपने जीवन में डायबीटीज पर कंट्रोल पा सकते हैं.

  • ड्रमस्टिक (अमलतास) की कुछ पत्तियां धोकर उनका रस निकालें. एक चौथाई कप रस लें तथा ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए प्रतिदिन सुबह खाली पेट इसे पी लें.
  • नीम इन्सुलिन संग्राहक संवेदनशीलता को बढ़ाता है, रक्त वाहिकाओं को प्रसारित करके रक्त परिसंचरण में सुधार लाता है, ब्लड ग्लूकोज़ के लेवल को कम करता है और हाइपोग्लास्मिक औषधियों पर निर्भरता कम करता है.
  • डायबीटीज के मरीजों के लिए सौंफ बहुत फायदेमंद होती है. सौंफ खाने से डायबीटीज नियंत्रण में रहता है. नियमित तौर पर खाने के बाद सौंफ खानी चाहिए.
  • 10 मिलीग्राम आंवले के जूस को 2 ग्राम हल्दी के पाउडर में मिलाकर सेवन सरने से डायबीटीज पर नियंत्रण पाया जा सकता है. इस घोल को दिन में दो बार लीजिए.
  • गेहूं के छोटे-छोटे पौधों का रस असाध्य बीमारियों को भी मिटा सकता है. गेहूं के जवारे का आधा कप ताजा रस रोज सुबह-शाम पीने से डायबिटीज में लाभ होता है. इसके रस को ग्रीन ब्लड के नाम से भी जाना जाता है.
  • गर्म पानी में ग्रीन टी का एक बैग 2-3 मिनट तक डुबोकर रखें. फिर बैग निकाल दें और इस चाय का एक कप सुबह या भोजन के पहले सेवन करें.
  • डायबीटीज के रोगियों को काले नमक के साथ जामुन खाना चाहिए. इससे खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित होती है.
  • तुलसी के पत्तों में एन्टीऑक्‍सीडेंट व बाकी जरूरी तत्व मौजूद होते हैं, जिनसे इजिनॉल, मेथिल इजिनॉल और कैरियोफ़ैलिन बनते हैं. ये सारे तत्व मिलकर इन्सुलिन जमा करने वाली और छोड़ने वाली कोशिकाओं को ठीक से काम करने में मदद करते हैं. डायाबीटीज के स्तर को कम करने के लिए रोज दो से तीन तुलसी के पत्ते खाली पेट लें. आप इसका जूस भी ले सकते हैं.
  • ब्लड शुगर के स्तर को कम रखने के लिए एक महीने तक अपने प्रतिदिन के आहार में 1 ग्राम दालचीनी शामिल करें.
  • करेले का रस शुगर की मात्रा कम करता है. डायबीटीज पर नियंत्रण पाने के लिए करेले का रस नियमित तौर पर पीना चाहिए.
  • 6 बेलपत्र , 6 नीम के पत्ते, 6 तुलसी के पत्ते, 6 बैगनबेलिया के हरे पत्ते, 3 साबुत कालीमिर्च पीसकर खाली पेट, पानी के साथ लेने से डायबीटीज पर कन्ट्रोल किया जा सकता है. ध्यान रहे, इसे पीने के बाद कम से कम आधे घंटे तक कुछ भी न खाएं.
  • टमाटर,खीरा और करेले का मिक्स जूस सुबह-सुबह खाली पेट पीने से भी डायबीटीज में बहुत फायदा होता है.
  • शलजम के प्रयोग से भी ब्लड शुगर कम होती है. इसके अलावा डायबीटीज के मरीज को तरोई, लौकी, परवल, पालक, पपीता आदि का प्रयोग भी ज्यादा करना चाहिए.