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special yoga posture for Hair Fall( Photo Credit : सोशल मीडिया)
बालों की झड़ने और टूटने की समस्या बढ़ती जा रही है. बालों को मजबूत और सेहतमंद बनाने के लिए आंवला, भृंगराज, ब्राह्मी, करी पत्ता पाउडर मिलाकर हर्बल मिश्रण बेहद फायदेमंद है. इससे समय से पहले सफेद होने वाले बालों को रोकने में मदद मिलती है. इसे 1 चम्मच (3 ग्राम) या तो सुबह खाली पेट या सोते समय घी के साथ लिया जाता है. उसी तरह से योग की कई मुद्राएं भी बालों की सेहत को ठीक करने के लिए जरूरी है.
योगा एक्सपर्ट्स के मुताबिक योग की इस मुद्रा का अभ्यास करके बालों के मुद्दों में सकारात्मक परिणाम मिलते हैं. बालों की सेहत को ठीक करने के लिए पृथ्वी मुद्रा अहम भूमिका निभाती है. पृथ्वी मुद्रा हमारे शरीर में पृथ्वी तत्व को संतुलित करती है, जिसे अनामिका द्वारा दर्शाया जाता है.
पृथ्वी तत्व का हमारे स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण महत्व है, क्योंकि यह शरीर में ऊतकों, खनिजों और विटामिनों के लिए जिम्मेदार है. इसलिए, यह मुद्रा बालों, हड्डियों, मांसपेशियों, नाखूनों, टेंडन, आंतरिक अंगों और त्वचा सहित ऊतकों पर काम करने वाली किसी भी उपचार पद्धति का पूरक होती है.
शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से, यह शक्ति, स्थिरता, धीरज और सहनशक्ति बनाने में मदद करता है. यह मुद्रा न केवल पृथ्वी को बढ़ाती है, बल्कि यह अंगूठे द्वारा दर्शाए गए अग्नि तत्व को भी दबाती है. यह दो तत्वों के भीतर संतुलन लाता है और अत्यधिक आग के किसी भी लक्षण को कम कर सकता है, जैसे कि सूजन, संक्रमण, तीव्र क्रोध, अधीरता और हताशा.
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पृथ्वी मुद्रा योग एक बहुत ही कोमल और प्रभावी योग मुद्रा है जिसे कोई भी व्यक्ति कर सकता है जो लंबे समय तक बालों के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखता है. इसको करने की सलाह विशेष रूप से ऐसे लोगों का दी जाती है:-
- बालों के झड़ने से पीड़ित लोग.
- समय से पहले सफेद बाल वाले.
- जिन लोगों के बालों की गुणवत्ता पोषक तत्वों की कमी या हार्मोनल असंतुलन के कारण खराब होती है.
- जिन लोगों के बाल केमिकल-आधारित उपचारों और बालों के रंगों के अत्यधिक उपयोग के कारण कमजोर और फीके पड़ गए हैं.
इस मुद्रा के अभ्यास के लिए सबसे अच्छा समय सुबह का है. भोजन के बाद आधे से एक घंटे तक मुद्रा का अभ्यास नहीं करना चाहिए. वहीं, इस मुद्रा को 15-20 मिनट तक दिन में 2-3 बार या 30-45 मिनट तक एक बार में किया जा सकता है.