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कोरोनाकाल में बदली लाइफस्टाइल, लाइव कथा और लाइव जन्मदिन मना रहे लोग

कोरोना काल का लोगों लाइफ स्टाइल पर भी गहरा असर पड़ा है. यह अपना प्रभाव चौक-चौराहे, बाजार-हाट से लेकर पूजा-पाठ और पार्टी के तरीकों पर भी दिखा रहा है.

Updated on: 27 Jul 2021, 08:08 PM

highlights

  • कोरोना काल का लोगों की लाइफ स्टाइल पर गहरा असर
  • ऑनलाइन कथा का लोग उठा रहे हैं आनंद
  • लाइव केक काटकर अपने दादा-दादी के साथ साझा की खुशियां

नई दिल्ली:

कोरोना ने पढ़ाई-लिखाई, लोगों के खान-पान व रहन-सहन के तरीके में भी बदलाव ला दिया है. कोरोना काल का लोगों लाइफ स्टाइल पर भी गहरा असर पड़ा है. यह अपना प्रभाव चौक-चौराहे, बाजार-हाट से लेकर पूजा-पाठ और पार्टी के तरीकों पर भी दिखा रहा है. लोगों ने ज्यादा से ज्यादा मोबाइल या अन्य ऑनलाइन माध्यमों का प्रयोग करना सीख लिया है और लोगों की इसमें भागीदारी भी बढ़ गई है. पूजा-पाठ में पंडित जी मोबाइल से व्रत की कथा सुना रहे हैं. लिंक के जरिए बच्चों की पढ़ाई हो रही है. यहां तक कि जन्मदिन का केक कटने का पूरा लाइव प्रसारण दूसरे शहरों में रह रहे परिवार के लोग मोबाइल के जरिए देख रहे हैं. खुशियों में लाइव जुड़कर पार्टी सेलिब्रेट कर रहे हैं. कोरोना के कारण शादी-विवाह, पूजा-पाठ व बर्थ डे आदि पार्टी में ना पहुंचने वाले परिवार मोबाइल से लाइव जुड़कर आयोजन का हिस्सा बन जा रहे हैं और अपने परिवार के साथ खुशी साझा कर रहे हैं. आइए आपको बताते हैं एक ऐसे ही परिवार के बारे में, जिन्होंने शहर से अपने दादा-दादी को लाइव लेकर केक काटा और पूरे कार्यक्रम के लाइव प्रसारण का खूब आनंद उठाया.

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लाइव केक काटकर अपने दादा-दादी के साथ साझा की खुशियां

बिहार के गया के निवासी पंकज पवन ने बताया कि दो दिन पहले 19 जुलाई को इकलौते पुत्र रूद्रप्रताप का सातवां जन्मदिन था. इस उपलक्ष्य में शाम में केक कटने का कार्यक्रम था. रूद्रप्रताप के दादा-दादी को छोड़कर सभी लोग गया में थे और दादा-दादी पटना में थे. महामारी की वजह से ट्रेन ज्यादा न चलने के कारण दादा-दादी नहीं आ सके. लेकिन, शाम में जब केक कटने लगा तो मोबाइल के जरिए दादा-दादी को लाइव लिया गया और उनकी उपस्थिति में केक काटा गया. साथ ही लाइव ही दादा-दादी का आशीर्वाद लिया गया. बच्चे सहित पूरे परिवार को लाइव वीडियो की वजह से कोरोना काल में दूर रहकर भी पास होने का अहसास हुआ.

ऑनलाइन कथा का भी लोग उठा रहे हैं आनंद

कई धर्माचार्यों का कहना है कि कोरोना काल में भीड़ पर रोक के कारण कुछ समय के लिए कथा-कीर्तन आदि बंद हो गए थे और लोग अपने घरों पर रहकर ही पूजा-पाठ कर रहे थे. लेकिन अब ऑनलाइन भी कथा का प्रसारण शुरू कर दिया गया है, जिससे अब श्रद्धालु अब घर बैठे ही व्रत कथा आदि का लाभ लाइव वीडियो के माध्यम से ले रहे हैं.  अभी हाल ही में एक आचार्य ने व्रत के मौके पर घर से ही लाइव होकर कई लोगों को लिंक देकर जोड़ने के बाद कथा सुनायी. जो नहीं जुड़ सके, उन्हें पूरी कथा की वीडियो भेज दी गई. मंगलवार को हरिशयनी एकादशी के मौके पर करीब छह व्रती महिलाओं को लाइव कथा सुनायी गई. इससे पहले वट सावित्री पूजा में भी लाइव कथा का प्रसारण का किया गया था.