Nature Day 2025: नेचर डे (Nature Day), जिसे फारसी में सीजदह बेदर (Sizdah Be-dar) के नाम से जाना जाता है. यह ईरान में मनाया जाने वाला एक सार्वजनिक अवकाश है. यह ईरानी नववर्ष नौरेज के तेरहवें दिन मनाया जाता है. जो कि 2 अप्रैल को मनाया जाता है. इस दिन की प्लानिंग कई दिन पहले ही हो जाती है. लगभग 4,000 साल पहले, प्राचीन ईरान में 'सिदाज़ बे-दार' को बारिश के देवता 'तेश्तर' की पूजा करने के लिए मनाया जाता था. यह इसलिए होता है कि ताकि सूखा ना पढ़ें.
क्या है इसका महत्व
इस दिन, ईरानी लोग अपने घरों से बाहर निकलकर प्रकृति के साथ समय बिताते हैं. वे पार्कों, बगीचों और प्राकृतिक स्थलों पर पिकनिक मनाते हैं. इस दिन वह खेल खेलते हैं और परिवार व दोस्तों के साथ टाइम स्पेंड करते हैं. इस परंपरा का जो उद्देश्य है वो है कि आप नेचर के साथ टाइम बिताएं और नववर्ष के उत्सव को मनाएं.
वहीं इस दिन लोग हरी टहनियों को लेकर किसी नदी या झरने में छोड़ देते हैं. कई अन्य संस्कृतियों की तरह, ईरान में भी तेरह एक अशुभ संख्या है. ईरानियों का मानना है कि बाहर जाकर वे वसंत का स्वागत करते हैं और तेरह नंबर से जुड़ी सारी बुरी किस्मत को पीछे छोड़ देते हैं. माना जाता है कि इस दिन की खुशी उस बुराई को दूर करती है जो अशुभ अंक तेरह अपने साथ ला सकता है.
भारत में इस दिन मनाया जाता है
भारत में, 2 अप्रैल 2025 को कोई विशेष पर्यावरणीय दिवस नहीं मनाया जाता है. हालांकि, अप्रैल महीने में कई महत्वपूर्ण पर्यावरणीय और सांस्कृतिक दिवस होते हैं, जैसे 22 अप्रैल को 'पृथ्वी दिवस' (Earth Day), जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)