मैनिफेस्टेशन के बारे में हर किसी ने सुना होगा. वहीं यह आइडिया पिछले कुछ टाइम से काफी पॉपुलर भी हो रहा है. लेकिन यह काम कैसे करता है और क्या वाकई में कुछ भी मैनिफेस्ट करने से वो पूरा हो जाता है. मैनिफेस्टेशन सिर्फ कल्पना नहीं, ब्रेन को रीप्रोग्राम करने की एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है. जब हम किसी लक्ष्य पर बार-बार ध्यान केंद्रित करते हैं तो हमारा दिमाग मौके पहचान कर काम की दिशा में आगे बढ़ता है. आइए आपको इसके बारे में बताते है.
मैनिफेस्टेशन क्या है
मैनिफेस्टेशन का मतलब कुछ लोग यह समझते हैं कि वो कुछ भी सोचेंगे और वो सच हो जाएगा. लेकिन इसके पीछे एक साइंटिफिक तर्क यह है कि जब हम किसी लक्ष्य को पाने की इच्छा बार-बार करते हैं तो वह अपने आप सच हो जाएगा और उस पर केंद्रित रहते हैं तो हमारा दिमाग खुद को उसी दिशा में ढालने लगता है.
वहीं एक्सपर्ट के मुताबिक जब हम किसी चीज को पाने की सोचते हैं तो हमारा सोचने का तरीका औऱ हमारी भाषा उसी दिशा में बदलने लगती है. इससे ना सिर्फ हमारी मेंटल कंडीशन बदलती है बल्कि हम अपने आसपास की चीजों में ऐसे संकेत भी देखने लगते हैं जो हमारे लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करते हैं.
सिर्फ सोचना नहीं
वहीं आपको इसके लिए सिर्फ बैठकर सोचना नहीं है बल्कि इसके लिए आपको रोज कुछ ना कुछ करना होगा. इसलिए विजन बोर्ड की जगह एक्शन बोर्ड बनाने की सलाह दी जाती है. जहां आप ना सिर्फ सपने देखें बल्कि उस तक पहुंचने के लिए छोटे-छोटे कदम भी तय करें.
पॉजिटिव सोच से उठें
सुबह जब भी आप उठे तो एक पॉजिटिव सोच से उठें. दरअसल, ग्रेटीट्यूड की भावना हमें डर और तनाव से निकाल कर एक भरोसे और प्यार की स्थिति में लाती है. जिससे की हम ज्यादा खुले बनते हैं. ऐसे में सुबह उठते ही आपको सोचना चाहिए जैसे जिनके लिए आप आभारी हैं.
नेगेटिव सोच को खुद से दूर रखें
आप नेगेटिव सोच को खुद से दूर रखें. इसके साथ ही आप घर में जगह-जगह पॉजिटिव कोट्स लगाएं. इन कोट्स को रोज खुद से कहें और उन्हें अपने मन में दोहराएं. इससे आपके दिमाग को एक नई दिशा मिलेगी.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.