सबसे अपनी एक्टिंग से हंसाने वाले सुपरस्टार गोविंदा ने अपनी रियल लाइफ में बहुत चैलेंजिंग समय देखा है. एक इंटरव्यू में एक्टर ने बताया था कि जब उनकी चार महीने की बेटी की मौत हुई थी तब वह पूरी तरह से टूट गए थे. अपनी फिल्मों की शूटिंग के चलते उन्होंने अपने निजी जीवन में बहुत स्ट्रगल देखा है. एक इंटरव्यू में गोविंदा ने बताया कि था करियर के पीक पर वो बहुत ज्यादा बिजी रहते थे. एक बार उन्होंने 16 दिन बिना सोए शूटिंग की थी. इस सबको देखते हुए गोविंदा की पत्नी सुनिता आहूजा ने बच्चों की परवरिश को लेकर बड़ा फैसला लिया था.
बच्चों की हैंड्स ऑन पैरेंटिंग की
गोविंदा ने बच्चों की परवरिश के लिए उन्हें नैनी या फिर आया रखने की सलाह दी थी. लेकिन सुनिता ने अपने बच्चों की हैंड्स ऑन पैरेंटिंग (hands on parenting) की. हाल में एक इंटरव्यू में सुनीता ने बताया कि उन्होंने कभी अपने बच्चों को नैनी या फिर आया के भरोसे नहीं छोड़ा. यहां तक की उन्होंने गोविंदा को भी नौकरों की मदद से बच्चे नहीं पालने दिए.
हैंड्स ऑन पैरेंटिंग के फायदे
गोविंदा की पत्नी सुनिता आहूजा ने बताया कि वो अपनी बेटी को भविष्य में अपने बच्चों को अपने ही हाथों से पालने की सलाह देती हैं. रिसर्च में भी सामने आ चुकी है कि हैंड्स ऑन पैरेंटिंग के फायदे होते हैं. ऐसा करने से न केवल बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि बच्चे बहुत जल्दी खुद पर कंट्रोल करना सीख जाते हैं. उनका कॉन्फिडेंस लेवल काफी अच्छा रहता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)