Thyroid: थायराइड से निजात दिलाएगी यह चाय, जानिए इसे बनाने का तरीका
सुबह सबसे पहले कैफीन लेने से पहले से ही सूजन वाली थायरॉयड ग्रंथि में अधिक सूजन हो जाती है. यह आपके आंत के अस्तर को परेशान करता है और आपके थायरॉयड उपचार में देरी करता है.
नई दिल्ली:
थायराइड की समस्या लाइफस्टाइल से जुड़ी है. आजकल कॉमन होती जा रही है. थायराइड गले में तितली के आकार की एक ग्रंथि है, यह ग्रंथि शरीर में पाचन क्रिया में सहायक होता है. गर्भावस्था में भी थाइराइड की समस्या अक्सर हो जाती है लेकिन, लाइफस्टाइल से जुड़ी इस समस्या को लेकर अगर कुछ चीजों का ध्यान रखें तो इसे आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है. इसी में एक उपाय है हर्बल चाय. यह थायराइड के रोगियों के लिए उनके TSH, मुक्त T3, T4, एंटीबॉडी, बालों का झड़ना, शुष्क त्वचा, चयापचय, प्रजनन क्षमता, मासिक धर्म और स्वास्थ्य में सुधार के लिए सुपर हेल्दी और सबसे प्रभावी तरीका है.
दिन की शुरुआत कैफीनयुक्त चाय और कॉफी के बजाय कैफीन मुक्त थायराइड सुखदायक हर्बल चाय के साथ करें. सुबह सबसे पहले कैफीन लेने से पहले से ही सूजन वाली थायरॉयड ग्रंथि में अधिक सूजन हो जाती है. यह आपके आंत के अस्तर को परेशान करता है और आपके थायरॉयड उपचार में देरी करता है. यह आपके मेटाबॉलिज्म, हार्मोन और प्रजनन क्षमता को भी बाधित करता है.
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हर्बल चाय को तैयार करने का तरीका:-
- बस 1 गिलास पानी (300 मिली) लें
- 2 बड़े चम्मच धनिया के बीज 9-12 करी पत्ते 5-7 सूखी गुलाब की पंखुड़ियां डालें
- इसे मध्यम आंच पर 5-7 मिनट के लिए उबालें और आपका दिमाग, दिल और थायराइड सुखदायक हर्बल चाय तैयार है.
- फिर सुबह सबसे पहले इस चाय को सिप करें और देखें कि आप कितना अद्भुत महसूस करते हैं.
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थायराइड, आंत या हार्मोनल समस्या होने पर कैफीन को बंद करना सबसे अच्छा है, लेकिन अगर आप इसे तुरंत बंद नहीं कर सकने में सक्षम नहीं हैं तो आप अपनी चाय और कॉफी में आधा चम्मच देसी घी या 1 चम्मच नारियल का तेल मिला सकते हैं, इससे आपके पेट को होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है. आप इसे हर्बल चाय पीने के 30 मिनट बाद पी सकते हैं.
यह चाय थायरॉइड फंक्शन को इस तरह करती है बेहतर:
- हाइपरथायरायडिज्म के रोगियों में स्वाभाविक रूप से थायराइड हार्मोन के स्तर को कम करती है.
- हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों में थायराइड हार्मोन के स्तर में सुधार लाती है.
- आयरन, मेटाबॉलिज्म में सुधार, त्वचा का रूखापन कम करना, बाल झड़ना आदि.
- सूजन को कम करना और थायराइड नोड्यूल्स, गोइटर, हाशिमोटो, ग्रेव्स (ऑटो-इम्यून थायरॉयड रोग) में थायरॉयड समारोह में सुधार करना. एसिडिटी, सूजन, पेट में दर्द, सफेद बाल और मासिक धर्म में ऐंठन के लिए भी काम करता है.
थायराइड और हार्मोनल समस्याओं से ग्रसित लोग अगर दवा से परहेज करते हुए ठीक होना चाहते हैं किसी भी आयुर्वेदिक ड़ॉक्टर से संपर्क करके इस उपाय को आजमा सकते हैं.
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