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जानें क्या है वीगन मिल्क, आखिर किन चीजों से किया जाता है तैयार

वीगन मिल्क पशुओं से मिले दूध से बिल्कुल भिन्न होता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, वीगम मिल्क में अन्य दूध के मुकाबले फैट की मात्रा बहुत कम होती है. वीगन मिल्क कोअपनी जरूरत के हिसाब से ताजा कर के इस्तेमाल किया जा सकता है.

Updated on: 03 Jun 2021, 12:21 PM

highlights

  • वीगम मिल्क में अन्य दूध के मुकाबले फैट की मात्रा बहुत कम होती है
  • वीगन मिल्क को सोया प्रोडक्ट्स, ड्राई फ्रूटस और पौधों की मदद से तैयार किया जाता है
  • ओट्स मिल्क, बादाम का दूध,  सोया मिल्क, कैश्यू मिल्क, राइस मिल्क वीगन मिल्क की श्रेणी में आते हैं

नई दिल्ली:

पशुओं के अधिकार के लिए काम करने वाले संगठन पेटा ने अमूल से 'वीगन मिल्क; या पौधों से बनाए जाने वाले दूध के उत्पादन की तरफ बढ़ने को कहा है. अमूल के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ी को एक पत्र में पीपल फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल (पेटा) ने कहा कि डेयरी सहकारी सोसाइटी को लोकप्रिय हो रहे वीगन खाद्य और दुग्ध बाजार से फायदा लेना चाहिए. बहुत से लोगों को वीगन मिल्क के बारे में अधिक जानकारी नहीं है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि आखिर वीगन मिल्क क्या है और ये कैसे तैयार किया जाता है. 

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क्या है वीगन मिल्क

वीगन मिल्क पशुओं से मिले दूध से बिल्कुल भिन्न होता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, वीगम मिल्क में अन्य दूध के मुकाबले फैट की मात्रा बहुत कम होती है. वीगन मिल्क कोअपनी जरूरत के हिसाब से ताजा कर के इस्तेमाल किया जा सकता है. वीगन मिल्क को सोया प्रोडक्ट्स, ड्राई फ्रूटस और पौधों की मदद से तैयार किया जाता है.  कोकोनट मिल्क, ओट्स मिल्क, बादाम का दूध,  सोया मिल्क, कैश्यू मिल्क, राइस मिल्क वीगन मिल्क की श्रेणी में आते हैं.

 दूध है जिसे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. वजन कम करने के लिए वीगन डाइट को फॉलो करना एक अच्छा विकल्प है. जब आप वीगन डाइट फॉलो करते हैं तो आपको ऐसे कई फूड अपनी लाइफस्टाइल से हटाने पड़ते हैं जो वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं, जैसे प्रोसेस्ड फूड, हाई-फैट डेयरी प्रोडक्ट, हाई-फैट प्रोटीन आदि. 

पेटा इंडिया ने कहा, 'हम संयंत्र आधारित उत्पादों की मांग पर ध्यान देने के बजाए अमूल को फलते-फूलते शाकाहारी भोजन और दूध के बाजार से लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहेंगे. कई और कंपनियां भी बाजार में बदलाव के हिसाब से काम कर रही हैं और अमूल को भी ऐसा ही करना चाहिए.'

सोढ़ी ने स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-समन्वयक अश्विनी महाजन के एक ट्वीट को रीट्वीट किया है. इस ट्वीट में लिखा है, 'क्या आप नहीं जानते कि ज्यादातर डेयरी किसान भूमिहीन हैं. इस विचार को लागू करने से कईयों की आजीविका का स्रोत खत्म हो जाएगा. ध्यान रहे दूध हमारे विश्वास में है, हमारी परंपराओं में, हमारे स्वाद में, हमारे खाने की आदतों में पोषण का एक आसान और हमेशा उपलब्ध स्रोत है.'